Sunday, December 3, 2017

टेल्गो ट्रेन प्रोजेक्ट: फ्रांस की टीम ने दिल्ली-चंडीगढ़ हाई स्पीड ट्रेन की फाइनल रिपोर्ट सौंपी जनवरी में हो सकता है शुभारंभ

साभार: भास्कर समाचार
नई दिल्ली से चंडीगढ़ तक हाई स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट पर कम कर रही फ्रांस की टीम ने इंडियन रेलवे के अधिकारियों को फाइनल रिपोर्ट सौंप दी है। उम्मीद है जनवरी के अंत तक प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया
जाएगा। इसके लिए ट्रैक पर बन रहे सभी अंडर पास आदि का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के भी निर्देश जारी किए हैं। भारतीय रेलवे और फ्रांस रेलवे मिलकर नई दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच हाई स्पीड रेल चलाने पर काम कर रहे हैं। यह ट्रेन 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलनी है। ट्रेन चलाने को फ्रांस रेलवे ने इसके एक्जीक्यूशन और प्रस्तावित मॉडल को लेकर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भारतीय रेलवे को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार रेल मार्ग को 200 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार से चलाने के लिए इसी ट्रैक की स्ट्रेंथनिंग की जाएगी। कवर्स की गोलाई बढ़ाने के साथ-साथ आने वाले पुलों को मजबूत किया जाएगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस ट्रैक टेल्गो की तर्ज पर हल्के कोच और इंजन से चलाए जाएं तो 200 किलोमीटर रफ्तार से ट्रेन चलाने का लक्ष्य जल्द हासिल किया जा सकता है। रेलमार्ग को अपग्रेड करने के लिए 50 फीसदी रकम भारतीय रेलवे और इतनी ही रकम फ्रांस रेलवे खर्च करेगा। 
दिल्ली मंडल के डीआरएम दिनेश कुमार ने बताया कि हाल ही में दिल्ली-मुंबई के बीच 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से सुपरफास्ट ट्रेन टेल्गो का ट्रायल हुआ था। इसकी खास बात यह थी कि इसका ट्रायल वर्तमान ट्रैक पर ही किया गया है। उन्होंने बताया कि टेल्गो सुपरफास्ट 200 की रफ्तार से चलाई जा सकती है। यह विकल्प भी हो सकता है। इसके अलावा सात और रेलमार्ग जो 4000 किलोमीटर लंबे हैं, उन्हें भी अपग्रेड किया जाना है। इनमें मुंबई-गोवा, चेन्नई-हैदराबाद, मैसूर-चेन्नई, दिल्ली-कानपुर और नागपुर-सिकंदराबाद शामिल हैं। 

245 किलोमीटर के प्रोजेक्ट पर होंगे 11 करोड़ खर्च: उत्तर रेलवे अम्बाला मंडल के एडीआरएम कुलदीप सिंह ने बताया कि फ्रांस रेलवे की ओर से सौंपी रिपोर्ट के मुताबिक इस प्रोजेक्ट पर लगभग 11 हजार करोड़ रुपए खर्च आएगा। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक चंडीगढ़-नई दिल्ली के बीच 245 किलोमीटर की दूरी दो घंटे में पूरी हो सकेगी। चंडीगढ़-नई दिल्ली रेलमार्ग देश का सबसे व्यस्त रूट माना जाता है। 1700 पेज की रिपोर्ट में फ्रांस रेलवे की ओर सौंपी गई रिपोर्ट में टेंडरिंग प्रोसेस, एक्शन प्लान और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया गया है। जनवरी 2018 में फ्रांस के राष्ट्रपति इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने सकते हैं।