साभार: जागरण समाचार
लाल जोड़े में शरमाई, सकुचाई अपनी दुल्हन की छवि आंखों में संजोये 35 दूल्हे शादी के लिए एक ही जगह पहुंचे। लेकिन उनके सपने टूट गए। वहां कोई नहीं मिला। उम्रदराज हो चुके उन कुंवारों को तब पता चला कि वे
शादी का झांसा देकर ठग लिए गए है। सोनीपत के खरखौदा कस्बे की एक महिला ने उनकी शादी कराने के लिए मीडिएटर की भूमिका निभाई थी। बुधवार को उसी के घर पर ही शादी और विदाई होनी तय थी। वह अपने घर पर मौजूद थी। उसने बताया कि उससे एक परिचित महिला ने पैसे लेकर शादी कराने का वादा किया था। अब उसका फोन बंद आ रहा है।
दुल्हनों के न मिलने के बाद दूल्हे और उनके परिवार वाले मीडिएटर महिला को लेकर थाने पहुंचे। वहां कई घंटे हाई वोल्टेज ड्रामा चला। अपनी भावनाओं के साथ हुए खिलवाड़ को एक दूल्हे का पिता बर्दाश्त नहीं कर पाया। वह थाने में ही बेहोश होकर गिर पड़ा। मीडिएटर ने बताया कि उसने नरेला (दिल्ली) के लामपुर की रहने वाली अपनी एक जानकार अनीता को दिए थे। उसके साथ मोनू नाम का एक युवक भी था। उसी को दुल्हनों को लेकर आना था। अब अनीता और मोनू का फोन बंद आ रहा है। ठगी का शिकार हुए लोगों ने भी उसकी बात की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस महिला के भरोसे पर ही उन्होंने पैसे अनीता को दिए थे।
अरमानों पर पानी:
- एक महिला ने दुल्हन दिलाने के नाम पर सोनीपत, रोहतक , झज्जर के लोगों से ले रखे थे 15 लाख रुपये
- खरखौदा की महिला थी मीडिएटर, उसने पुलिस को बताया कि नरेला की महिला ने ली थी रकम
- 30 की उम्र पार वालों से 45 तो 40 पार से लिए गए 50 हजार रुपये