साभार: जागरण समाचार
हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा एचटेट बीते समय में पेपर लीक होने तो इस बार नए बदलावों को लेकर चर्चा में है। पहले परीक्षा जल्दी करवाने को लेकर तो अब 23 व 24 नवंबर को हुई एचटेट परीक्षा की आंसर- की जारी नहीं
होने से अभ्यर्थी परेशान हैं। शिक्षा बोर्ड के मुताबिक अभी भी आंसर-की के लिए परीक्षार्थियों को 10 जनवरी 2018 तक इंतजार करना होगा। जबकि 2015 में आंसर की जब परीक्षा के चार घंटे बाद ही जारी की गई थी तो अभ्यर्थियों ने एतराज जताया था। इस बारे में पूछे जाने पर उस समय शिक्षा बोर्ड पीआरओ ने कहा था कि अगर हम अपडेट हैं तो इससे किसी को परेशानी क्या है। वहीं इस बार हालात उलट है, ऐसे में अभ्यर्थियों ने फिर से शिक्षा बोर्ड की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
अभ्यर्थी बोले, तैयारी के लिए दिया डेढ़ महीना, आंसर-की के लिए वक्त क्यों चाहिए: कंप्यूटर साइंस स्ट्रीम के अभ्यर्थी मुकेश ने कहा कि दिसंबर 2017 में एचटेट पेपर बेहद जटिल बनाए गए। सिलेबस बदला गया और विषय की तैयारी का पैमाना क्या हो, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। अर्थशास्त्र स्ट्रीम की अभ्यर्थी पूनम ने कहा कि शिक्षा बोर्ड की ओर से पिछली बार ओमआर सीट की कार्बन कॉपी दिए जाने की बात कही गई थी जो कि नहीं दी गई। सामाजिक विज्ञान अभ्यर्थी स्नेहलता ने कहा शिक्षा बोर्ड ने पैटर्न बदले जाने के बाद भी महज डेढ़ महीना ही तैयारी के लिए दिया, और अब खुद आंसर-की जारी नहीं कर रहा, ये गलत है।
क्या कहते हैं शिक्षा बोर्ड चेयरमैन डा. जगबीर सिंह:
- सवाल: 2015 में एचटेट परीक्षा के चार घंटे बाद ही आंसर-की हुई थी जारी, अबकी बार देरी क्यों?
- जवाब: पिछली बार जल्दी में आंसर-की जारी की गई, इस बार एक्सपर्ट की देखरेख में काम हो रहा है। 10 जनवरी तक जारी करने की उम्मीद है।
- सवाल: इस बार पैटर्न भी बदला गया, अभ्यर्थियों का कहना है कि एचटेट के पेपर बेहद जटिल बनाए गए।
- जवाब: सरकारी स्कूलों के कुछ बच्चों को अपने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम का भी नहीं पता, बेहतर शिक्षक भर्ती हों, इसलिए पेपर जटिल बनाए गए।
- सवाल: गत एचटेट परीक्षा में ओएमआर सीट की कार्बन कॉपी देने की बात कही गई, मगर इस बार भी नहीं दी गई।
- जवाब: ओएमआर सीट की कार्बन कॉपी पिछली बार 500 रुपये की फीस थी, इस बार सिर्फ 100 रुपए ही होगी।
- सवाल: आंसर की जारी होने पर अभ्यर्थी किस तरह से आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं।
- जवाब: आंसर की जारी होने के बाद अभ्यर्थियों को ऑब्जेक्शन लगाने का मौका दिया जाएगा। पिछली आंसर की जारी करने में खामियां रही, इसलिए कोर्ट से अभ्यर्थियों को पांच अंकों का फायदा मिला।