साभार: भास्कर समाचार
चचेरे भाई के तीन मासूम बच्चों की गोली मारकर हत्या के आरोपी चाचा ने गुरुवार देर शाम जेल में फंदा लगाकर जान दे दी। 27 साल के जगदीप सिंह के आत्महत्या करने की सूचना के बाद जेल प्रशासन में अफरा-
तफरी मच गई। 19 नवंबर को कुरुक्षेत्र के गांव सारसा से 3 बच्चे समीर, समर और सिमरन संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए थे। 21 नवंबर को उनके शव पंचकूला के जंगलों में मिले थे। पुलिस ने शक के आधार पर बच्चों के पिता के चचेरे भाई जगदीप को गिरफ्तार किया था। जगदीप ने कबूल किया कि वह तीनों बच्चों को कुरुक्षेत्र गीता महोत्सव दिखाने के बहाने पंचकूला ले गया। मोरनी की पहािड़यों पर खड़ा कर एक-एक की पीठ में गोली मारकर हत्या कर दी। रिमांड के दौरान उसने अपने छोटे भाई बलविंद्र सिंह की हत्या की वारदात भी कबूली। तब से जगदीप जेल में था। गुरुवार शाम के समय बंदियों की गिनती के दौरान वह गायब मिला तो सुरक्षाकर्मी उसके कमरे में गए। वहां कमरे के साथ लगे बाथरूम में जगदीप का शव पायजामे से बनाए गए फंदे पर पानी की टंकी की टोंटी से झूलता मिला।