साभार: भास्कर समाचार
हरियाणा में छह जातियों रोड़, जाट, बिश्नोई, त्यागी, सिख जाट मूला जाट को ओबीसी में शामिल करने को लेकर सोमवार को छोटू राम पार्क में बैठक हुई। इसमें दो जमा पांच मुद्दे जनआंदोलन संगठन अन्य संगठनों की
ओर से बैकवर्ड कमीशन को भेजे गए पैरवी पत्र पक्ष पर विमर्श किया। बैठक में चार प्रस्ताव पास कर सरकार से इन्हें लागू करने की अपील की गई। संगठन के अध्यक्ष सत्यवीर सिंह हुड्डा ने कहा कि छह जातियों को लेकर सरकार की ओर से सरकारी नौकरियों से संबंधित दिया गया डेटा गलत है। इसमें क्रीमीलेयर के लोगों को भी शामिल किया है। यह गलत है। छह जातियों अन्य सभी जातियों की कितनी जनसंख्या है। यह नहीं बताया गया है। इसलिए नौकरी के प्रतिशत ठीक से नहीं समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एडहॉक ठेके पर लगे लोगों को नौकरियों को शामिल दिखाया जाए।
किस पर कितना कर्जा ये डेटा भी दे सरकार: हुडा ने कहा कि हर वर्ग की प्रगति के बावजूद जाट अन्य जातियों की पीढ़ी वार जमीन घटती चली गई। इससे किसान खेती करने वालों की हालात दयनीय हुई है। इसका विवरण होना चाहिए। इसके अलावा छह जातियों पर कितना कर्जा है, इसका प्रतिशत लेना जरूरी है। कमीशन को यह जानकारी सरकार से लेनी चाहिए। बैंक डिफाल्टर बिजली डिफाल्टर की सूची भी मांगी जाए। प्रदेश में आत्महत्या करने वालों की संख्या भी जाति सहित दी जाए। सभी संगठन आठ जनवरी को हरियाणा बैकवर्ड कमीशन से चंडीगढ़ में मिलेंगे। बैठक में एडवोकेट होशियार सिंह लाठर, नफे सिंह दहिया, शमशेर सिंह संधू, ओमप्रकाश मान, डॉ. किताब सिंह, देवराज नांदल, विजयदीप पंघाल, एडवोकेट रामफल श्योराण, धर्मबीर मलिक, रोहताश सिंहमार, जगबीर हुड्डा, एडवोकेट सुनील नांदल, शीशपाल आर्य, आनंद स्वरूप, धर्मबीर मलिक, राजकुमार, ओमप्रकाश डागर, राजेंद्र सिंह सिंहपुरा, ब्रह्म सिंह दहिया, अर्जुन प्रजापत उपस्थित रहे।