साभार: भास्कर समाचार
नए साल से त्योहारों और छुटिट्यों के समय ट्रेन में ज्यादा किराया देना पड़ सकता है। पश्चिम मध्य रेलवे समेत तीन जोन ने किराया बढ़ाने के प्रस्ताव बनाए हैं। इसे डायनामिक प्राइसिंग नाम दिया है। इससे उन ट्रेनों के
यात्रियों को जरूर राहत मिलेगी जो ज्यादातर खाली चलती हैं। इनमें पश्चिम मध्य रेलवे की भोपाल-ग्वालियर और हबीबगंज-जबलपुर इंटरसिटी समेत आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें हैं। सीटों के आधार पर इनके टिकट में 50% तक डिस्काउंट मिल सकेगा। यानी ट्रेनों में ज्यादा लोड है तो किराया 10 से 20% बढ़ाया जा सकेगा और खाली हैं तो 50% तक कमी होगी। पश्चिम-मध्य रेलवे की प्रवक्ता गुंजन गुप्ता का कहना है कि यह व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। हाल ही में दिल्ली में एक रिव्यू मीटिंग के दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल ने फ्लेक्सी फेयर सिस्टम की समीक्षा की। इसमें सामने आया कि 250 से ज्यादा ट्रेनें ऐसी हैं, जो 50% तक नहीं भर पाती। पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक डायनामिक प्राइसिंग शुरू करने के लिए रेलवे को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर देने वाले क्रिस को हर मंडल की चुनिंदा ट्रेनों के लिए टिकटिंग व्यवस्था में परिवर्तन करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। संभवत: जनवरी के अंत तक चुनिंदा ट्रेनों में नई व्यवस्था का ट्रायल कर लिया जाएगा।
पीक सीजन में ऐसे बढ़ेगा सुपर प्रीमियम ट्रेन का किराया: पहली 10% सीटाें पर रेलवे द्वारा लागू सामान्य किराया लिया जाएगा। इसके बाद हर 10 फीसदी सीटों की बुकिंग पर किराए में 10-10 फीसदी की वृद्धि होती जाएगी। यह 50 फीसदी तक होगी।
तीन श्रेणी में बनती ट्रेनें: ट्रेनों को यात्री सुविधा, पंक्चुएलिटी और कैटरिंग सेवा के आधार पर तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा। इसके तहत सुपर प्रीमियम, प्रीमियम और नॉन प्रीमियम ट्रेन रहेंगी।
यात्रा से 2 दिन पहले तक 50% टिकट बिके तो घटता जाएगा: यात्रा की तारीख से दो दिन पहले ट्रेन के 50% टिकट ही बिके हैं, तो हर 12 घंटे में किराया 10- 10 फीसदी के 5 स्लैब के हिसाब से घटता जाएगा। यह सिलसिला चार्ट बनने तक चलेगा। इसके बाद भी सीटें खाली हैं तो उन पर भी 10% तक छूट मिलेगी।