Sunday, December 31, 2017

गुजरात: सरकार बनते ही उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल हुए 'रुष्ट', पूछने पर कहा ये स्वाभिमान की लड़ाई

साभार: जागरण समाचार 
मंत्रलय बंटवारे को लेकर नाराज गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल शनिवार को दूसरे दिन भी अपने दफ्तर नहीं गए। उन्होंने बताया कि यह उनके स्वाभिमान की लड़ाई है।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को उन्होंने अपनी बात बता दी है और आलाकमान उनकी बात को लेकर गंभीर है। फिलहाल वह घर पर ही अपने समर्थकों व समाज के लोगों से मिल रहे हैं। जबकि, हार्दिक पटेल व पाटीदार समाज के लोग भाजपा में लगी आग में घी डालने का काम कर रहे हैं।
पाटीदार आरक्षण आंदोलन के गढ़ रहे मेहसाणा से दूसरी बार जीतकर विधानसभा में पहुंचे नितिन पटेल शपथ ग्रहण समारोह तक खुश थे, लेकिन वीरवार देर रात मंत्रलयों के बंटवारे के साथ ही उनकी नाराजगी जगजाहिर हो गई। नितिन से वित्त, शहरी विकास व पेट्रोकैमिकल मंत्रलय ले लिए गए हैं जो पिछली भाजपा सरकार में उनके पास थे। उन्हें सड़क व भवन निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मेडिकल शिक्षा, नर्मदा, कल्पसर और राजधानी योजना मंत्रलय सौंपे गए हैं। शनिवार को नितिन पटेल ने खुद अपनी नाराजगी की पुष्टि करते हुए कहा कि आगामी दो दिनों में इस मामले का कुछ समाधान निकल आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि वह भाजपा कार्यकर्ता हैं और पार्टी नहीं छोड़ेंगे, लेकिन पार्टी को ऐसा निर्णय करना चाहिए जिससे उनका मान-सम्मान बरकरार रहे। उनको मुख्यमंत्री बनाने की पाटीदार नेताओं की मांग पर नितिन ने कहा कि हर नेता के समर्थकों की ऐसी ही इच्छा होती है।
  • अमित शाह को बताई अपनी नाराजगी, दूसरे दिन भी नहीं गए कार्यालय
  • हार्दिक ने दिया 10 विधायक तोड़कर लाने पर कांग्रेस के समर्थन का भरोसा
  • पार्टी का निर्णय सर्वमान्य होता है, नितिन भाई को भी इसे स्वीकार करना चाहिए। कोई नाराजगी हो तो पार्टी नेतृत्व को बताएं। - आनंदीबेन पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री, गुजरात
  • भाजपा में केशुभाई पटेल, लालकृष्ण आडवाणी, आनंदीबेन पटेल, एके पटेल जैसे नेताओं का अपमान हुआ है। पार्टी अब नितिन पटेल का अपमान कर रही है। - मनीष दोशी, कांग्रेस प्रवक्ता

पटेल नेता समर्थन में: इस बीच, नितिन पटेल की नाराजगी की खबर से प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने समूचे घटनाक्रम पर चुप्पी साध ली है। लेकिन वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेंद्र पटेल शनिवार को उनसे मिलने पहुंचे। इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह खुद कभी भी गुजरात आ सकते हैं। भाजपा के पूर्व मंत्री नरोत्तम पटेल, भाजपा प्रवासी प्रकोष्ठ के नेता सीके पटेल, मेहसाणा भाजपा के जिलाध्यक्ष कौशिक व्यास, पाटीदार नेता व राजद्रोह के आरोपी केतन पटेल, मेहसाणा के कांग्रेस नेता किरीट पटेल, पूर्व भाजपा विधायक प्रागजी पटेल, पूर्वी मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के पति प्रो. मफतभाई पटेल उनके समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने भाजपा पर पाटीदारों की एकता तोड़ने का आरोप लगाया है। चुनाव से पहले नितिन व हार्दिक पटेल दोनों आमने-सामने थे, लेकिन इस मौके पर जब हार्दिक ने नितिन पटेल से मिलने की इच्छा जताई तो नितिन ने कहा कि वह घर पर ही हैं, सभी आने वालों का स्वागत है।
हार्दिक ने किया एसएमएस: पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल ने आग में घी डालने का काम करते हुए भाजपा में नितिन पटेल के साथ अन्याय किए जाने की बात कही। हार्दिक ने एसएमएस करके 10 विधायकों के साथ नितिन को पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस के समर्थन का भरोसा दिलाया।