साभार: जागरण समाचार
आपने सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को तो ड्रेस में आते देखा होगा, लेकिन हरियाणा के भिवानी जिले का धिराना राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ऐसा है, जहां शिक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड है। साथ ही स्कूल के
स्टाफ के लिए बाकायदा पहचान पत्र भी जारी किया गया है। ऐसा खुद स्कूल स्टाफ ने आम सहमति से किया है। इस स्कूल में 26 शिक्षक और 500 से ज्यादा विद्यार्थी हैं। यह स्कूल कक्षा पांचवीं तक वर्ष 1956 में बना था और अब यह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है।
अभी हाल ही में इस स्कूल के शिक्षकों ने निर्णय लिया कि जब बच्चों के लिए ड्रेस कोड लागू है तो क्यों न हम भी उनके लिए आदर्श बनें। हालांकि इस निर्णय पर पहुंचने से पहले कुछ शिक्षकों ने ङिाझक भी दिखाई, पर आखिरकार सर्व सम्मति बन गई। इसके साथ ही सभी शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए पहचान पत्र बनाने का भी फैसला लिया गया और इस तरह यह स्कूल प्रदेश का पहला स्कूल बन गया है, जहां शिष्य ही नहीं शिक्षक भी ड्रेस कोड में स्कूल आते हैं।
100 फीसद रिजल्ट, 95 फीसद उपस्थिति: स्कूल के प्राचार्य के अनुसार पिछले सत्र में उनके स्कूल का 10वीं और 12वीं का 100 फीसद रिजल्ट रहा है। बच्चों की हाजिरी भी 95 फीसदी रहती है। बच्चों की शिक्षा पूरा ध्यान दिया जाता है।
स्टाफ चाहता है आदर्श स्कूल बने: स्कूल के प्राचार्य करण सिंह ने बताया कि. पूरे स्कूल स्टाफ ने मिल कर ड्रेस कोड और पहचान पत्र का फैसला लिया। इसे अब स्कूल में पूरी तरह से लागू किया गया है। इसके बारे में आला अधिकारियों को भी जानकारी दी गई है। स्टाफ की इच्छा रही कि हम अपने स्कूल का बेहतर परिणाम तो देंगे ही आदर्श के रूप में भी स्थापित करेंगे।भिवानी के धिराणा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का स्टाफ ड्रेस कोड में।
- धिराना रावमावि का शिक्षकों की ड्रेस कोड और पहचानपत्र स्कूल द्वारा लागू करना बेहतर फैसला है। यह विद्यार्थियों के लिए ही नहीं बाकी स्कूलों के लिए भी अदर्श साबित होगा। स्कूल प्राचार्य, स्टाफ का यह कदम सराहनीय है। - सुरेश शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, भिवानी।