साभार: भास्कर समाचार
नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में 98 साल के राजकुमार वैश्य को पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री दी गई। राजकुमार पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री लेने वाले देश के सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गए हैं। पटना के रहने वाले
राजकुमार को मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने पीजी इकोनॉमिक्स की डिग्री दी। इस साल ही सेकेंड डिवीजन में पीजी की परीक्षा पास करने वाले राजकुमार व्हीलचेयर पर बैठकर डिग्री लेने आए। उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले राजकुमार वैश्य ने 1940 में बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी) की डिग्री प्राप्त की थी। एलएलबी पूरी करने के 71 साल बाद उन्होंने एमए अर्थशास्त्र में एडमिशन लिया था। नालंदा यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने बताया कि राजकुमार वैश्य पीजी की सभी परीक्षाओं में पूरे तीन घंटे बैठते थे। परीक्षा अंग्रेजी में देते थे। वैश्य को लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने भी पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई करने वाले सबसे उम्रदराज शख्स के रूप में मान्यता दी है।
वैश्य बोले- कोशिश करना मत छोड़ो: राजकुमार वैश्य ने कहा कि 'डिग्री लेने में विवि का काफी सहयोग मिला। उन्होंने इस उम्र में भी मुझे सुलभता से कोर्स करने में मदद की। पढ़ने की इच्छा तो अभी भी है, लेकिन अब सेहत साथ नहीं देती। नई पीढ़ी को मैं संदेश देना चाहता हूं कि जिंदगी में संघर्ष करें, जीत हासिल करें और कोशिश करना कभी ना छोड़ें। मैं उनके सामने उदाहरण पेश करना चाहता हूं कि जिंदगी में हमारे पास हर वक्त मौका होता है, केवल खुद पर विश्वास होना चाहिए।' नालंदा विवि के कुलपति डॉ. आरके सिन्हा ने कहा कि 98 साल की उम्र में डिग्री भारतवर्ष में पहला मामला है। उन्होंने 96 साल की उम्र में वर्ष 2015 में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में नामांकन कराया था और अपने नियमित सत्र में यानी 2017 में स्नातकोत्तर की परीक्षा में सफलता प्राप्त की।