साभार: जागरण समाचार
हिंसा के आरोपियों में शामिल एक लाख के इनामी डेरा प्रवक्ता डॉ. आदित्य इंसां उर्फ आदित्य अरोड़ा अपने साथियों संग बागपत के बरनावा आश्रम में शरण ली। परंतु जांच एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
विशेष अन्वेषण दल (एसआइटी) की जांच में यह जानकारी सामने आई है। आदित्य के अभी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही छिपे होने की संभावना है। दूसरी ओर फरारी के दौरान हनीप्रीत इंसां मेरठ में एक सेवादार के आवास पर रुकी थी, लेकिन अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
साध्वी यौन शोषण में फंसे डेरा प्रमुख गुरमीत को सजा सुनाए जाने के बाद 25 अगस्त को पंचकूला और सिरसा हिंसा में करीब 41 लोग मारे गए थे। फिलहाल गुरमीत और हनीप्रीत दोनों जेल में हैं। फरार आरोपी डेरा प्रवक्ता डॉ. आदित्य इंसा उर्फ आदित्य अरोड़ा निवासी सिरसा पर एक लाख का इनाम घोषित है और इसके अन्य इनामी साथी भी फरार हैं।
आरोपियों की तलाश में हरियाणा और पंजाब के अलावा कई राज्यों की जांच एजेंसियां दबिश डाल रही हैं। मंगलवार को बरनावा पहुंची हरियाणा एसआइटी की जांच में सामने आया कि डॉ. आदित्य इंसा अपने फरार साथियों के साथ बरनावा आश्रम में भी रहा था। आशंका है कि ये सभी 19 सितंबर से 22 सितंबर तक आश्रम के पिछले हिस्से में बने क्वार्टरों में ठहरे थे। इनकी तलाश में एसआइटी दो बार बरनावा आ चुकी है।
एसआइटी सूत्रों की मानें तो ये लोग अभी भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही छिपे हैं। हनीप्रीत भी फरारी के दौरान मेरठ में एक सेवादार के यहां एक या दो दिन रुकी थी। एसआइटी पंचकूला के इंस्पेक्टर जसपाल सिंह का कहना है कि फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
आरोपी जानते थे कि डेरा समर्थकों को कोई पनाह नहीं देगा, इसलिए वह आश्रमों में ही छिप रहे हैं। आरोपी जल्द गिरफ्तार होंगे। वहीं बागपत के एसपी डॉ. जयप्रकाश ने बताया कि स्वाभाविक है कि आरोपी यहां छिपे रहे होंगे। एसआइटी हमारी कोई मदद नहीं ले रही, परंतु स्थानीय पुलिस अपने स्तर पर आरोपियों की तलाश कर रही है।