Saturday, December 23, 2017

भारत ने यूएन में कहा- आतंकियों की पनाहगाह को नष्ट किया जाना चाहिए

साभार: भास्कर समाचार
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा है कि आतंकी संगठनों को मिलने वाले समर्थन पर रोक लगाई जाए और आतंकवादियों के पनाहगाहों को नष्ट किया जाना चाहिए। यूएन में भारत के अधिकारी तन्मय लाल ने कहा
कि तालिबान, हक्कानी नेटवर्क और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के समर्थकों को रोकने के तत्काल कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। यूएन सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान में सुरक्षा को लेकर खुली बहस में तन्मय लाल ने कहा कि आतंकी अस्पतालों में बीमार लोगों, स्कूलों में बच्चों और मस्जिदों में नमाजियों सहित हर जगह को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने अफगानिस्तान में सुरक्षा के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि आतंकवादी संगठनों को सुरक्षित ठिकाना उपलब्ध कराने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
येरूशलम पर भारत अमेरिका के खिलाफ, यूएन महासभा में अमेरिका के खिलाफ वोट किया: येरूशलमको इजरायल की राजधानी की मान्यता देने के अमेरिका के फैसले के खिलाफ यूएन महासभा में रखे प्रस्ताव के समर्थन में भारत के वोटिंग करने को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बड़ी गलती बताया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद ने ट्वीट में कहा कि येरूशलम मुद्दे पर अमेरिका के खिलाफ मतदान करना भारत के हितों के खिलाफ है। फिलिस्तीन ने कश्मीर और मुस्लिम आतंकी हमलों पर कभी भी भारत का समर्थन नहीं किया। इजरायल हमेशा भारत के साथ खड़ा रहा है। स्वामी के इस ट्वीट का बड़ी संख्या में लोग समर्थन भी कर रहे हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, 'यूएन में येरूशलम के मुद्दे पर भारत को 100 से अधिक देशों के साथ खड़ा देख गर्व हो रहा है।' पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अमेरिका के खिलाफ वोटिंग करने के लिए लिखा, 'आसान और सुरक्षित रास्ता नहीं चुनकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने अच्छा किया।' यूएन महासभा में येरूशलम के मुद्दे पर अमेरिका के फैसले के विरुद्ध लाए गए प्रस्ताव के समर्थन में भारत सहित 128 देशों ने वोटिंग की, जबकि प्रस्ताव के खिलाफ में 9 वोट पड़े। 35 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। 
भारत-चीन के बीच सीमा मुद्दे पर सुरक्षा सलाहकारों ने की बातचीत: भारत और चीन सीमा के मुद्दे पर दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि स्तर की 20वीं बैठक शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई। इसमें चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो सदस्य यांग जिएची और भारत के एनएसए अजित डोभाल में बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट में बैठक की जानकारी दी। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बैठक में दोनों पक्षों की ओर से किन मसलों पर चर्चा हुई। डोकलाम में भारत और चीन के बीच 28 अगस्त को 73 दिन का गतिरोध खत्म होने के बाद विशेष प्रतिनिधि स्तर की यह पहली बैठक हुई। 19वें दौर की बैठक अप्रैल 2016 में बीजिंग में हुई थी। 
आतंकवाद पर ट्रम्प ने फिर पाक को चेताया: अमेरिकीराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों को अपनी धरती पर सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी दी है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने अफगानिस्तान के दौरे पर यह बात कही। उनके इस दौरे की घोषणा नहीं की गई थी। अफगानिस्तान के बगराम एयरबेस में अमेरिकी सैनिकों से पेंस ने कहा, 'पाकिस्तान लंबे समय से तालिबान और अन्य आतंकवादी समूहों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया करा रहा है, लेकिन अब वह दिन लद गए।'