साभार: भास्कर समाचार
पंचकूला हिंसा और राजद्रोह के मामले में आरोप तय करने के लिए हनीप्रीत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने पर बहस 11 जनवरी से अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नीरजा कुलवंत कलसन की अदालत में शुरू होगी।
गुरुवार को हनीप्रीत समेत 15 अभियुक्तों को जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया, जिन्होंने मामले को कलसन के कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया। दो साध्वियों से यौन शोषण के मामले में सजा पाए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की दत्तक बेटी (गोद ली बेटी) हनीप्रीत पर आपराधिक षड्यंत्र, राजद्रोह का आरोप है और 25 अगस्त को पंचकूला में हिंसा का मुख्य आरोप डेरा प्रमुख के अभियुक्त होने के बाद शुरू हुआ था। मामले की अगली सुनवाई 11 जनवरी को होगी और केस किन धाराओं पर चले, इस पर दोनों पक्ष बहस करेंगे, जिसके बाद सभी आरोपियों पर चार्ज फ्रेम होंगे। आरोपी सुरेंद्र धीमान के वकील सुरेश कुमार रोहिल्ला ने बताया कि एफआइआर नंबर-345 के सभी 15 आरोपी अदालत में पेश किए गए। अब 11 जनवरी को चार्ज पर बहस होगी कि कौन सी धाराएं आरोपी पर लगाई जाए और आगे केस किन आरोपों के तहत चलाया जाए। इस दौरान बचाव पक्ष अपना पक्ष रखेगा, जिसके बाद आरोपियों पर चार्ज फ्रेम होंगे। उनके मुताबिक 11 जनवरी को सभी आरोपी व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में पेश होंगे, जिसके बाद आरोपों पर बहस के बाद अदालत चार्ज फ्रेम होने के बाद उन पर सभी आरोपियों के हस्ताक्षर होंगे। उल्लेखनीय है कि 25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को दोषी करार दिए जाने के बाद प्रदेशभर में हिंसा फैल गई थी, वहीं पंचकूला में डेरा समर्थकाें ने ज्यादा उपद्रव मचाया था।