साभार: जागरण समाचार
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों का भविष्य अब अधर में है। कारण, एच्छिक विषय के पीजीटी टीचर ही पर्याप्त नहीं हैं। इससे विद्यार्थी परेशान हैं कि अभी तक तो कई एच्छिक विषयों के
कोर्स की पढ़ाई भी नहीं शुरू हुई है। ऐसे में वह परेशान हैं। वहीं, प्रदेश में अंग्रेजी और हिंदी व गणित के तो गेस्ट टीचर भी लगाए गए हैं लेकिन फाइन आट्र्स जैसे विषयों के लिए गेस्ट टीचर भी नहीं लगाए गए हैं। इस कारण से परेशानी बढ़ रही है। प्रदेश में जहां नौवीं से बारहवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए 36,601 पद सृजित किए गए थे, वहीं अब इन पदों पर सिर्फ 21,987 ही पीजीटी अध्यापक पढ़ा रहे हैं। इसमें करीब 14, 614 पद खाली हैं और सिर्फ 1926 पदों पर ही गेस्ट टीचर लगाए गए हैं।
एक आरटीआइ के द्वारा मांगे गए जवाब में यह सामने आया है कि प्रदेश में नौवीं से बारहवीं तक की बच्चों के लिए 21 विषय संचालित हैं। इसमें से करीब छह विषय एच्छिक हैं। इसमें शामिल विषय फाइन आट्र्स, पंजाबी, म्यूजिक और उर्दू कोर्स की अभी तक पढ़ाई ही नहीं शुरू हो पाई है। कारण, फाइन आट्र्स के 1123 सृजित पदों में से सिर्फ 27 पदों पर शिक्षक नियुक्त है और 1098 पद खाली है। सिर्फ एक ही पद पर गेस्ट टीचर लगाया गया है। इसके अलावा शारीरिक शिक्षा में तो 406 पदों में से 192 पद खाली पड़े हैं और इस विषय के लिए तो गेस्ट टीचर भी नहीं लगाए गए हैं।
वहीं, कंप्यूटर साइंस के भी 452 पदों में से सिर्फ चार पर नियुक्तियां की गई हैं। इसमें भी गेस्ट टीचर नहीं लगाए गए हैं। यही हाल म्यूजिक और गृह विज्ञान समेत अन्य एच्छिक विषयों का भी है।
फाइन आट्र्स, पंजाबी ,उर्दू में तो गेस्ट टीचर भी नहीं है नियुक्त: अब मार्च में परीक्षा, ऐसे में बिना तैयारियों के बच्चे कैसे देंगे पेपरसरकार को जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। विद्यालयों में दूसरे विषयों के शिक्षक अपने विषय के साथ ही दूसरा एच्छिक विषय भी पढ़ा रहे हैं। ऐसे में कई स्थानों पर तो कोर्स शुरू भी नहीं हुआ है। - दिग्विजय सिंह जाखड़, प्रधान, फाइन आट्र्स एसोसिएशन।