साभार: जागरण समाचार
दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाले विश्व आर्थिक फोरम की शुरुआत पहली बार भारत का कोई प्रधानमंत्री करेगा। नरेंद्र मोदी उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए नए उभरते भारत
की तस्वीर पेश करेंगे। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समापन भाषण देंगे। यह फोरम दुनिया में होने वाली आर्थिक गतिविधियांे का बड़ा केंद्र होता है। इस आर्थिक महाकुंभ में लगभग 140 देशों के राजनेता और अर्थशास्त्री मौजूद होंगे। दावोस में फोरम का चार दिनी सम्मेलन 23 जनवरी से शुरू होगा। इससे पहले प्रधानमंत्री के रूप में पीवी नरसिम्हा राव और एचडी देवगौड़ा दावोस जरूर गए थे, लेकिन उन्होंने सम्मेलन में सिर्फ हिस्सा लिया था। दरअसल नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद से जो कूटनीतिक प्रयास तेज किए, उसके परिणाम अब दिख रहे हैं। उन्होंने दुनिया के सभी प्रमुख देशों का दौरा कर संबंधों में गर्माहट ला दी। राष्ट्राध्यक्षों से निजी स्तर पर संबंध बनाए। भारत की यह कूटनीतिक पहल अब रंग दिखा रही है। इसी कड़ी में भारत के प्रधानमंत्री को विश्व आर्थिक फोरम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
दावोस सम्मेलन में मौजूद रहने वालों में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर, इटली के पीएम पाओलो जेंटिलोनी, यूरोपीय आयोग (ईसी) के अध्यक्ष जीन क्लॉड जंकर प्रमुख होंगे।
मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल भी: दुनिया भर से जुटे निवेशकों के बीच भारत की ब्रांडिंग करने मोदी के साथ उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी होगा। यही नहीं, सम्मेलन में भारतीय व्यंजनों की खुशबू बिखरेगी। इस मौके पर योग प्रदर्शन भी होगा। मोदी भारत में कारोबार आसान करने से लेकर भ्रष्टाचार दूर करने के लिए उठाए गए कदमों पर फोकस कर सकते हैं। मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, इनवेस्ट इंडिया आदि योजनाओं के साथ भारत को एक आकर्षक निवेश डेस्टिनेशन के तौर पर पेश किया जाएगा। टीम मोदी भारत में साङोदारी और कारोबार की संभावनाओं का उजला चेहरा सामने रखेगी।