साभार: भास्कर समाचार
बुधवार 31 जनवरी को साल का पहला चंद्रग्रहण लगेगा। यह चंद्रग्रहण खग्रास यानी पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। भारतीय समय के अनुसार इसका स्पर्श शाम को पांच बजकर 18 मिनट, मध्य सात बजे और मोक्ष रात को आठ
बजकर 42 मिनट पर होगा। गायत्री ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संचालक पंडित रामराज कौशिक ने बताया कि यह ग्रहण पुष्य नक्षत्र और कर्क राशि में घटित होगा। इस दिन चंद्रमा राहु के साथ है और सूर्य केतु बुध शुक्र की चंद्र पार दृष्टि है। इसलिए खड़ी फसलों को नुकसान और बेमौसम बरसात की भी आशंका है। यह करें: चंद्रग्रहण लगने से 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है। सूतक और ग्रहण के समय दान और जाप का महत्व माना गया है। पवित्र नदियों या तालाबों में स्नान करें। वहीं इस समय में मंत्र सिद्धि का भी महत्व है। तीर्थ स्नान और हवन जैसे शुभ काम इस समय में करने पर कल्याणकारी होते हैं।
यह न करें: ग्रहण के समय भगवान की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए। मंदिर के कपाट बंद कर देने चाहिए। खाना-पीना, सोना, नाखून काटना, भोजन बनाना और तेल लगाने के कामों से बचना चाहिए।