साभार: जागरण समाचार
कुरुक्षेत्र जिले के झांसा गांव में छात्रा से दरिंदगी के बाद हत्या और छात्र गुलशन की हत्या मामले के बाद हालात सामान्य होते नजर नहीं आ रहे हैं। दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे। इस स्कूल पर आठ दिनों से ताला लटका हुआ
है। स्कूल में पढ़ने वाले अन्य बच्चे भी खौफजदा है। जागरण संवाददाता ने जब गांव में घर के बाहर बैठे एक बच्चे से स्कूल नहीं जाने का कारण पूछा तो वह बड़ी मासूमियत से बोला, ‘अंकल हमारे स्कूल के दो बच्चों को किसी ने मार डाला। वे अभी पकड़े नहीं गए हैं, जब वे पकड़े जाएंगे हम तभी स्कूल जाएंगे।’ इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि झांसा मामले में लोगों की हालत क्या है। उधर, स्कूल बंद होने के कारण इन बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। दसवीं व बारहवीं कक्षा की डेट शीट तक जारी हो चुकी है। ऐसे में वह बिना तैयारी के परीक्षा कैसे देंगे। इसको लेकर अभिभावक भी बेहद परेशान हैं। एक अभिभावक ने बताया कि गांव के लोग तो पहले ही हत्याकांड के कारण खौफजदा था, लेकिन अब पुलिस ने भी दहशत बनाई हुई है।
शुक्रवार सुबह अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के क्षेत्रीय निदेशक राज कुमार चैनना झांसा गांव में पहुंचे। चैनना ने लड़की के परिवार के बीच पहुंचकर दुख जताया तो मृतका की मां फफक पड़ी। उसने कहा कि बेटी तो मिली नहीं उसके हत्यारे तो पकड़वा दो। उन्होंने सांत्वना देते कहा कि यदि जांच सही नहीं होगी तो मामला सीबीआइ को सौंपा जाएगा। इसके बाद चैनना मृतक छात्र गुलशन के घर पर पहुंचे। परिवार के लोगों ने बताया कि 12 जनवरी को किशोरी का शव मिला, उसके बाद पुलिस ने उनके परिवार के नाबालिगों तक को उठा लिया और उनके साथ मारपीट की। वह आज भी सही ढंग से चल नहीं पाते हैं।