साभार: जागरण समाचार
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के कमेटी रूम में शुक्रवार को पहली बार प्रदेश की आठ यूनिवर्सिटी के कुलसचिव, डीन एकेडमिक अफेयर और परीक्षा शाखा नियंत्रकों ने बैठक कर सभी यूनिवर्सिटी का एक एकेडमिक कैलेंडर तैयार
करने पर मंथन किया। बैठक में केयू कुलसचिव डॉ. प्रवीण सैनी, डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. अनिल वोहरा, परीक्षा शाखा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह, एमडीयू रोहतक परीक्षा शाखा नियंत्रक, जीजेयू हिसार परीक्षा शाखा नियंत्रक, चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी सिरसा, चौधरी बंसी लाल यूनिवर्सिटी भिवानी, चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी जींद, भगत फूल सिंह यूनिवर्सिटी खानपुर कलां सोनीपत और इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी मीरपुर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सभी यूनिवर्सिटी से आए अधिकारियों ने इस बात पर सहमति जताई कि पूरे प्रदेश की यूनिवर्सिटी का एकेडमिक कैलेंडर एक समान होना चाहिए। इससे विद्यार्थियों को पता रहेगा कि जब एक यूनिवर्सिटी में दाखिले शुरू होंगे तो दूसरी सभी यूनिवर्सिटी में भी होंगे। वहीं सभी यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर भी एक जुलाई से शुरू करने पर सहमति बनी। दो घंटे तक चली बैठक में दाखिलों का शेड्यूल, सेमेस्टर और परीक्षाएं शुरू होने और छुट्टियों के शेड्यूल को भी एक समान करने को लेकर भी चर्चा हुई। अब सभी विवि का अपना-अपना एकेडमिक कैलेंडर अब तक प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी का अपना-अपना एकेडमिक कैलेंडर है। अपने एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार ही सभी यूनिवर्सिटी पूरा साल शिक्षण, छुट्टियां और परीक्षाएं निर्धारित करती हैं। इस साल प्रदेशभर की सभी यूनिवर्सिटी में सेंट्रलाइज दाखिला सिस्टम लागू किया गया था। ऐसे में जब सभी यूनिवर्सिटी में दाखिले एक साथ होने हैं तो सभी यूनिवर्सिटी में शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर भी एकरूपता लाने के लिए एक एकेडमिक कैलेंडर की जरूरत महसूस की गई। वहीं प्रदेश की सभी यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं भी अलग-अलग समय पर होती हैं, जिसके कारण परीक्षा परिणाम भी अलग-अलग निकलता है। इससे विद्यार्थियों को एक डिग्री पूरी होने के बाद दूसरी यूनिवर्सिटी से डिग्री करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कुलपति से अनुमति के बाद सरकार के पास जाएगी फाइल केयू की शैक्षणिक शाखा के उप कुलसचिव डॉ. जयवीर सिंह ने बताया कि बैठक में हुई चर्चा के दौरान सामने आए एकेडमिक कैलेंडर के शेड्यूल को कुलपति की अनुमति मिलने के बाद प्रदेश सरकार के पास भेजा जाएगा। सरकार से फाइल पास होने के बाद सभी यूनिवर्सिटी इसे लागू कर सकेंगी। ताकि आगामी शैक्षणिक सत्र से प्रदेश की इन सभी 8 यूनिवर्सिटी में दाखिले, पढ़ाई और परीक्षाएं एक साथ शुरू हों।