Saturday, January 20, 2018

दो साहसिक घटनाएं: बढ़ रहीं छेड़छाड़ और दुष्कर्म की घटनाओं के दौर में बेटियों ने बुलंद किया प्रतिरोध का स्वर

साभार: भास्कर समाचार
महिलाओं के साथ हो रही ज्यादती की घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने राज्यभर में एक बार फिर से ऑपरेशन दुर्गा शुरू किया है। पुलिस जहां समाज को जागरूक करने में जुटी है, वहीं साहसी युवतियां मनचलों को सबक
सिखाने में लगी हैं। समाज के सामने अत्याचार के विरुद्ध ताकतवर होने का उदाहरण पेश कर रही हैं।
चलती बस में शिकायत कर छेड़छाड़ करने वाले को टोल प्लाजा से गिरफ्तार कराया:
पानीपत में रोडवेज बस में अम्बाला से दिल्ली जा रही अम्बाला की डिफेंस कॉलोनी की 28 वर्षीय छात्रा से 50 वर्षीय व्यक्ति ने छेड़छाड़ की। युवती ने पहले अपने संबंधी को फोन कर बताया फिर पुलिस कंट्रोल रूम में खुद की लोकेशन बताई। पुलिस ने पानीपत टोल प्लाजा पर बस रुकवाकर आरोपी को पकड़ लिया। युवती के बयान पर आरोपी को केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में चंडीगढ़ के सेक्टर-49 एसबीआई कॉलोनी निवासी आरोपी नरेंद्र पुत्र मूंगा राम को कोर्ट में पेश किया गया। युवती ने बताया कि वह अम्बाला से दिल्ली जा रही थी। बस में बगल की सीट पर बैठे व्यक्ति ने गलत तरीके से छूना शुरू कर दिया। कई बार टोकने के बाद भी वह नहीं माना। तब मजबूरन 100 नंबर पर शिकायत करनी पड़ी। कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही पुलिस ने सुबह आठ बजे टोल प्लाजा पर बस रुकवा ली। मौके पर ही बयान लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। 
छात्रा ने भिजवाया था जेल, जमानत पर आकर फिर छेड़ा, एसपी से की शिकायत: 
यमुनानगर - जागरूकता कार्यक्रम में शुक्रवार को एसपी राजेश कालिया से कॉलेज की छात्राएं यहां साहसिक तरीके से मुखातिब हुईं। छात्राओं ने जहां पुलिस की असंवेदनशीलता और बदहाल सिस्टम का दर्द बयां किया, वहीं अपनी बहादुरी के किस्से भी सुनाए। एक छात्रा ने भरी सभा में कहा कि, 'मैं 11वीं क्लास में थी। मोहल्ले का एक लड़का अक्सर छेड़छाड़ करता था। पहले मैंने स्कूल टीचर को बताया और फिर शिकायत पुलिस को दी। आरोपी पर केस दर्ज हुआ। तीन साल तक कोर्ट में लड़ी तब उसे सजा हुई। फिलहाल वह जमानत पर है। अब आरोपी ऐसा व्यवहार करता है, जैसे गुनाह उसने नहीं, मैंने किया है। एसपी साहब! ऐसा है आपका कानून। आप के भरोसे हम खुद को कैसे सुरक्षित समझें।' इस पर एसपी ने स्टेज पर बैठीं महिला थाना प्रभारी कुलबीर कौर को निर्देश दिए कि छात्रा के बयान लिए जाएं और आरोपी पर फिर से केस दर्ज किया जाए।