साभार: भास्कर समाचार
क्रिस्टलीय संरचना वाले प्राकृतिक और सिथेंटिक मटीरियल के लिए सिरेमिक शब्द का उपयोग किया जाता है। ये उत्पाद धातुओं और गैर धातु वाले पदार्थों से मिलकर बनते हैं और उष्म प्रतिरोधी क्षमता होने के कारण इनका
इस्तेमाल घरेलू सामान बानाने से लेकर स्पेसक्राफ्ट तक में होता है। सिरेमिक इंडस्ट्री के अंतर्गत चीनी मिट्टी के बर्तन बनाने वाले छोटे कारीगरों से लेकर सेमीकंडक्टर बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनियां तक जुड़ी होती हैं। इसमें सिरेमिक इंजीनियरों की अहम भूमिका होती है। क्या है सिरेमिक इंजीनियरिंग: सिरेमिक इंजीनियरिंग मटीरियल इंजीनियरिंग की ब्रांच है, जिसके अंतर्गत सिरेमिक मटीरियल की मैन्युफैक्चरिंग, डिजाइनिंग, गुणों और इसके उपयोगों का अध्ययन किया जाता है। इसमें इनऑर्गेनिक या गैर धातु पदार्थों से विभिन्न प्रक्रियाओं का उपयोग कर कई वस्तुएं तैयार की जाती हैं। इसमें विभिन्न पदार्थों की संरचना का अध्ययन भी किया जाता है।
कैसे मिलेगा प्रवेश: 50 फीसदी अंकों के साथ फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स से 12वीं की परीक्षा पास करने वाले छात्र सिरेमिक इंजीनयरिंग के बीई या बीटेक कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। बीई या बीटेक कोर्स में प्रवेश जेईई मेन के स्कोर के आधार पर मिलता है। आईआईटी संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस्ड का स्कोर जरूरी होता है। मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, सिविल, केमिकल या अन्य संबंधित स्ट्रीम से बीई, बीटेक करने वाले छात्र इसके मास्टर डिग्री कोर्स में प्रवेश के योग्य होते हैं। एमटेक कोर्स में प्रवेश गेट के स्कोर के आधार पर मिलता है।
कहां कर सकते हैं जॉब: सिरेमिक इंजीनियर का मुख्य काम सिरेमिक मटीरियल का उपयोग कर नए उत्पाद बनाना है। ये प्रोफेशनल रिसर्च, डिजाइन, प्रोडक्शन, टेस्टिंग आदि में जॉब कर सकते हैं। इनके लिए विभिन्न सेक्टर में बतौर सिरेमिक टेक्नोलॉजिस्ट, प्रोडक्शन वर्कर, इंटीरियर डिजाइनर, कंस्ट्रक्शन मैनेजर काम कर सकते हैं।
क्या होगा सैलरी पैकेज: इसमें शुरुआत में ग्रेजुएट्स को 20 से 25 हजार रुपए प्रति माह सैलरी मिलने की संभावना होती है। हालांकि संस्थान और क्षेत्र के अनुसार यह भिन्न हो सकती है। कुछ वर्षों के अनुभव के बाद सालाना पैकेज 4 से 5 लाख रुपए तक हो सकता है।
कहां से कर सकते हैं कोर्स:
- आईआईटी, बीएचयू https://iitbhu.ac.in/
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, राउरकेला www.nitrkl.ac.in/
- राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा www.rtu.ac.in/
- गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड सिरेमिक टेक्नोलॉजी, कोलकाता www.gcect.ac.in/