साभार: जागरण समाचार
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड और कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जाने वाली परक्षाओं में महिलाओं के आभूषण तथा सुहाग के चिह्न उतरवाने पर कड़ी आपत्ति जताई गई है। करनाल के न्यायपुरी निवासी जसवंत
रेढू ने तमाम दलीलों के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है। रेढू केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के पारिवारिक सदस्य हैं और करनाल के कान्वेंट स्कूल में शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं।
जसवंत रेढू ने पत्र में कहा कि पाकिस्तान द्वारा कूलभूषण जाधव की माताजी एवं धर्मपत्नी के साथ किया गया व्यवहार शर्मनाक है। ठीक इसी तरह का व्यवहार हरियाणा में ली जाने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में भी महिलाओं के साथ किया जा रहा है। परीक्षा केंद्रों में प्रवेश के समय इन विवाहित व अविवाहित महिलाओं के आस्था तथा धर्म के प्रतीक मंगलसूत्र, सुहाग का चूड़ा, अंगूठी, बिंदी, कोका, चूड़ियां, सगाई की अंगूठी, हेयर पिन, हेयर क्लिप, बालियां और कड़े उतरवा लिए जाते हैं। अगर महिलाएं यह सब पहने रखें, तब भी नकल अथवा परीक्षा में धांधली की कोई आशंका बिल्कुल भी नहीं रहती। उनका कहना है कि यदि उनके पत्र को गंभीरता से नहीं लिया गया तो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में बोर्ड के फैसले के खिलाफ जनहित याचिका दायर की जाएगी। इस पत्र की प्रतियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन, राज्यपाल, बोर्ड के अध्यक्ष को भी भेजी है।