साभार: भास्कर समाचार
25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी ठहराने के बाद पंचकूला में हुए दंगों की मुख्य आरोपी हनीप्रीत इंसां सहित 14 आरोपियों को गुरुवार को पंचकूला कोर्ट में पेश
किया गया। सभी आरोपियों को आरोप तय करने के लिए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नीरजा कुलवंत कल्सन की अदालत में सख्त सुरक्षा के बीच पेश किया गया। लेकिन सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने बताया कि हमें चार्जशीट की पूरी कॉपी नहीं मिली है। ऐसे में कैसे बहस हो सकती है। इस पर कोर्ट की सुनवाई 21 फरवरी के लिए टाल दी गई। दूसरी ओर पहले से ही जमानत पर चल रहे आरोपी खरैती लाल, गोपाल इंसां, प्रदीप इंसां और विक्रम इंसा की जमानत को कैंसिल करवाने का दावा पेश किया गया। पुलिस ने इन सभी आरोपियों की जमानत को कैंसिल करने के लिए कहा है। पुलिस के अनुसार ये लोग सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं। ऐसे में इनकी जमानत को कैंसिल किया जाए। इस पर अब 19 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई होगी। 23 अक्टूबर से जेल में बंद है हनीप्रीत पुलिस ने राजद्रोह, हिंसा फैलाने और आपराधिक साजिश रचने के आरोपों में हनीप्रीत और डेरे के अन्य वर्कर्स को आरोपी ठहराया है। हनीप्रीत 25 अगस्त की हिंसा की घटना के बाद 38 दिन तक फरार रही थी और उसे 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। उसका असली नाम प्रियंका तनेजा है। पंचकूला हिंसा में 41 लोगों की जानें गईं और 260 जख्मी हुए थे। छिटपुट घटनाएं दिल्ली और पंजाब में भी हुई थीं। हनीप्रीत 23 अक्टूबर से अम्बाला की सेंट्रल जेल में बंद है।