साभार: जागरण समाचार
केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम की घसियाली पिच ने भारतीय टीम प्रबंधन के दिलो-दिमाग पर ऐसा हौव्वा पैदा कर दिया कि सेंचुरियन के सुपर स्पोर्ट्स पार्क की सूखी पिच पर भी वे तीन तेज गेंदबाज, एक तेजी गेंदबाजी
करने वाले ऑलराउंडर और एक स्पिनर के साथ उतरे। मैच शुरू होने के एक दिन पहले ही यहां की पिच पूरी तरह से सूखी नजर आ रही थी। पिच क्यूरेटर ने इस पर घास छोड़ी थी लेकिन पिछले कई दिनों से 32 डिग्री सेल्सियस के तापमान और तमतमाते सूरज ने उसे झुलसा दिया। दूसरे टेस्ट के पहले शनिवार को यहां का मौसम, पिच और माहौल पूरी तरह से भारतीय था लेकिन तीन मैचों की सीरीज में 0-1 से पीछे चल रही टीम इंडिया अपने अनुकूल सबकुछ होने के बावजूद दो स्पिनर खिलाने की हिम्मत नहीं दिखा पाई। टीम में चार तेज गेंदबाजों के होते हुए ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने सबसे ज्यादा 31 ओवर फेंकते हुए सबसे तीन ज्यादा विकेट झटके। वहीं तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने 18, मुहम्मद शमी ने 11, इशांत शर्मा ने 16 और हार्दिक पांड्या ने 14 ओवर फेंके। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 269 रन बना लिए हैं लेकिन अगर टीम इंडिया अश्विन के साथ दूसरे स्पिनर रवींद्र जडेजा को अंतिम एकादश में रखती तो निश्चित ही मेजबानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता।
पिच को पढ़ने से चूक गए विराट: शुक्रवार को भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि यह पिच भी न्यूलैंड्स की तरह जीवित नजर आ रही है लेकिन शनिवार को ऐसा कुछ नहीं हुआ क्योंकि उनके चार तेज गेंदबाजों में से सिर्फ इशांत ही पहले दिन गिरे छह में से एक विकेट ले सके। वह भी एबी डिविलियर्स के बल्ले से लगकर गेंद विकेट पर गई। इस मैच के लिए विराट ने अंतिम एकादश में तीन परिवर्तन किए थे। उन्होंने ओपनर शिखर धवन की जगह केएल राहुल, विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा की जगह पार्थिव और पिछले मैच के सबसे सफल गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की जगह इशांत को रखा। पिछले मैच में भारत के तेज गेंदबाजों ने पहले दिन के पहले सत्र में सिर्फ 12 रन पर तीन विकेट हासिल कर लिए थे लेकिन यहां तो उन्हें पहले सत्र में कोई विकेट ही नहीं मिला। निश्चित तौर पर विराट इस पिच को पढ़ने से चूक गए। नई गेंद से गेंदबाजी करने उतरे बुमराह और शमी कुछ नहीं कर सके। शमी ने तो अपने पहले स्पेल में चार ओवर में 5.75 के रनरेट से 23 रन खर्चे। वह लगातार हॉफ वॉली फेंक रहे थे और मार्करैम चौके जड़ रहे थे।
अश्विन ने किया कमाल: चारों तेज गेंदबाजों के हाल और पिच को देखकर 20वें ओवर में ही विराट ने अश्विन को लगा दिया। मेजबानों ने पहले सत्र में बिना विकेट खोए 78 रन बनाए। विराट पहले सत्र में अश्विन से कह रहे थे कि लेंथ आगे रख ये डिफेंस नहीं कर पाएंगे। लंच के बाद कोहली ने इशांत और अश्विन को लगाए रखा और इसका फायदा भी मिला जब 30वें ओवर में ही एल्गर (31) आगे निकलकर खेलने के चक्कर में मुरली विजय को कैच दे बैठे। इसी के साथ पहली पारी के लिए 85 रनों की साङोदारी का अंत हुआ। विजय ने शानदार कैच लपका। इसके बाद ओपनर मार्करैम (94) और हाशिम अमला (82) ने खेल को आगे बढ़ाया। 148 के कुल योग पर अश्विन ने खतरनाक दिख रहे मार्करैम को चलता कर दिया। मार्करैम ने रिव्यू लिया लेकिन अल्ट्रा एज में पता चल रहा था कि गेंद उनके बल्ले से लगी है। वह एक बार फिर शतक से चूक गए। इसके बाद अमला और कप्तान फाफ डु प्लेसिस (नाबाद 24) ने स्कोर को आगे बढ़ाया लेकिन पांड्या ने शानदार रनआउट कर हाशिम को पवेलियन पहुंचा दिया। हाशिम ने इस मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। इसके अगले ओवर की पहली ही गेंद पर अश्विन ने क्विंटन डि कॉक (00) को स्लिप पर लपकवाकर भारत को फिर से मैच में वापस ला दिया। इसके अगले ओवर में पांड्या ने फिलेंडर (00) को रनआउट करके दक्षिण अफ्रीका को बैकफुट पर ढकेल दिया।