Thursday, November 2, 2017

डेरा प्रकरण: 9 SIT की इन्वेस्टिगेशन, 172 FIR, देशद्रोह के दो मामले छोड़कर बाकी चलान पेश करने की तैयारी

साभार: भास्कर समाचार
साध्वी यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के 25 अगस्त को दोषी करार दिए जाने पर पंचकूला में हुई हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ मामले में एसआईटी ने चालान लगभग तैयार कर लिया है। इस पूरे प्रकरण
में 172 एफआईआर दर्ज की गई हैं जबकि 800 से ज्यादा आरोपियों को पकड़ा गया है। साजिश रचने वालों में हनीप्रीत की भी गिरफ्तारी हुई है। अब देशद्रोह के दो मामलों को छोड़कर बाकी सभी एफआईआर के चालान की जांच अंतिम पड़ाव पर है, इसी माह इसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। चालान में पुलिस ने पंचकूला में हिंसा फैलाने की साजिश का पूरा पर्दाफाश करने की कोशिश की है। 
पुलिस ने आम आदमी की बजाए हिंसा वाली जगहों पर तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट को पूरे मामलें में गवाह बनाया। वहीं घटना स्थल पर तैनात आईपीएस अधिकारियों, डीएसपी, इंस्पेक्टर्स और पुलिसकर्मियों को भी गवाह के रूप में पेश किया जाएगा। स्थानीय उन्हीं लोगों को गवाह बनाया गया है जिन के घरों में तोड़फोड़ हुई। वहीं, पंचकूला कोर्ट में 6 चालान पेश भी किए जा चुके हैं। इस पूरे मामले में डीजीपी बीएस संधू और आईजी लॉ एंड ऑर्डर ने 9 एसआईटी टीमों को गठित किया था। जिसमें डीएसपी को इन इंचार्ज बनाया गया और दावा किया गया , कि हरियाणा भर से उन पुलिसकर्मियों को पंचकूला में बुलाया गया था, जो रेड करने से लेकर केस को कोर्ट में मजबूत दिखाने में काबिल हैं। अलग अलग एसआईटी की ओर से जांच किए जाने के जो चालान तैयार किए गए हैं उनमेंे दंगों को फैलान के साथ साथ बड़ी गाड़ियों को आग लगाने। टू व्हीलर्स को आग लगाने के मामले। पुलिस पर पथराव करने, भीड के अनियत्रित होने की डिटेल दी गई है। इनमें प्रति चालान तकरीबन 20 से 50 लोग आरोपी बनाए गए हैं।  
क्रिमिनल केस से जुड़े मामलों में पुलिस को इस मामले में 90 दिन में चालान पेश करना होता है। ऐसे में पुलिस को 69 दिन हो चुके हैं। सूत्रों के अनुसार देशद्रोह के मामलों में अभी कई आरोपियों को पकड़ना और उनसे पूछताछ करनी जरूरी है। लेकिन अगर 90 दिनों के दौरान बाकी आरोपियों को पकड़ा नहीं जाता है, तो पुलिस पहले ही कोर्ट में चालान पेश कर सकती है। इसके लिए डीजीपी ऑफिस की ओर से हिदायत मिलने के बाद दो एसआईटी की टीमें देशद्रोह के आरोपियों के चालान को तैयार करने में लगी हैं। वहीं देश द्रोह के मामलों में पहले चालान कोर्ट में पेश करने के बाद बाकी आरोपियों को पकडने के बाद सपलीमेंट्री चालान कोर्ट में पेश किया जाएगा।