साभार: जागरण समाचार
डीम्ड संस्थान से तकनीकी डिग्री लेकर नौकरी पाने वाले पर जल्द ही तलवार लटक सकती है। इस दायरे के अंदर नौकरी में तरक्की पाने वालों पर भी होगी। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद प्रदेश में ऐसे डिग्रीधारियों
की पहचान शुरू हो गई है।
कॉलेजों से मांगा ब्योरा: तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा के महानिदेशक की ओर से प्रदेश के तमाम राजकीय बहुतकनीकी संस्थानों को विभाग में कार्यरत ऐसे कर्मचारियों का ब्यौरा देने के लिए लिखा है। जिसमें डीम्ड संस्थानों से तकनीकी डिग्री लेने वाले कर्मचारियों के नाम और पद के अलावा जिस संस्थान या यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल की है, उसका ब्यौरा मांगा गया है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि उक्त डिग्री के आधार पर कितने लोगों ने नौकरियां पाई हैं या नौकरी में तरक्की पाई है। इस डिग्री के आधार पर उन्हें नौकरी में कितना वेटेज दिया गया। ऐसे कर्मचारियों को कितनी एसीपी दी गई, अग्रिम इंक्रीमेंट के अलावा अन्य दिए गए लाभ का भी ब्यौरा मांगा है।
बिजली निगम में भी लेगे हैं कर्मचारी: डीम्ड यूनिवर्सिटी से डिग्रियां लेकर बिजली निगम में नौकरी हासिल की है। फर्जी यूनिवर्सिटी से तकनीकी डिग्री हासिल कर बिजली निगम में हजारों लोगों ने नौकरियां पाई थी। हजारों अधिकारियों ने प्रमोशन हासिल करने के लिए इन संस्थानों की डिग्रियों का इस्तेमाल किया। इन संस्थानों से डिग्री लेकर प्रमोशन लेने वाले अनेक ऐसे अधिकारी भी चिह्न्ति हुए हैं, जिन्होंने डयूटी के समय ही परीक्षा दे डाली। फर्जीवाड़े से डिग्री हासिल करने के चक्कर में वे यह भी ध्यान नहीं रखा पाए कि परीक्षा के दौरान वे अवकाश ले पाते।