साभार: भास्कर समाचार
ऑन लाइन ट्रांसफरपॉलिसी में खुद शिक्षा विभाग ही उलझ गया है। अब महकमे को इसके लिए अलग से ट्रांसफर सेल तक बनानी पड़ी है। पूर्व में ऑनलाइन आवेदन मांगने के बाद जब ऑब्जेक्शन मांगे गए तो 1044
सीएंडवी शिक्षकों ने अपनी आपित्त प्रस्तुत की। जबकि पीजीटी, प्रिंसिपल समेत शिक्षकों की संख्या हजारों में थी। विभाग ने ऑनलाइन आवेदन के लिए जो ड्राइव खोला उसमें कुछ स्कूलों में रिक्त पदों को दिखाया ही नहीं जाता, जिसकी वजह से आवेदन करने वाले शिक्षक का दूसरी जगह तबादला हो रहा है। नारायणगढ़ के पीटीआई मुकेश सलूजा का कहना है कि उनकी ड्यूटी पहले पांच किलोमीटर दूर स्कूल में थी लेकिन तबादला अब घर से 38 किलोमीटर दूर कर दिया गया है। 13 अक्टूबर को पंचकूला में सभी सीएंडवी शिक्षकों को बुलाकर उनका दूर तबादला होने की वजह पूछी गई तो उन्होंने लिखित में दिया था कि जब तबादला करने के लिए ऑनलाइन ड्राइव खोला जाता है तो उसमें जगह का ऑप्शन ही नहीं होता।
ड्राइव में फिर तबादला स्थल नहीं, होगी परेशानी: शिक्षा विभाग ने एक बार फिर गुरुवार को सीएंडवी के 1044 शिक्षकों अन्य 690 शिक्षकों के लिए ड्राइव खोला है। लेकिन यदि इसमें भी ऑप्शन में जगह का कॉलम नहीं दर्शाया गया तो इन शिक्षकों के सामने फिर परेशानी आएगी। सीएंडवी के लिए 5 नवंबर को ड्राइव खोला गया था, जिसमें केवल इतना ही पूछा गया कि वे तबादला चाहते हैं या नहीं। कॉलम में यस और नो का ऑप्शन था। उसमें जगह का ऑप्शन नहीं दिया गया। जबकि वैकेंसी की जानकारी की लिस्ट अगले दिन यानी की 6 नवंबर को जारी की गई। 690 अन्य शिक्षक कोर्ट गए तब महकमे ने ग्रीवेंस ड्राइव खोला है और उसमें कैप्ट वैकेंसी यानी खाली पोस्ट से संबंधित स्कूल का नाम भी दिखाया गया है।