साभार: जागरण समाचार
विभिन्न अपराधों में बाल सुधार गृहों में सजा काट रहे बाल अपराधियों को समाज कल्याण बोर्ड दसवीं तक की पढ़ाई कराएगा। साथ ही शोषित महिलाओं के लिए दो और स्वाधार केंद्र खोलने की तैयारी है। इसके अलावा बोर्ड
ने राजीव गांधी शिशु पालना बोर्ड की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी उठाने में दिलचस्पी दिखाई है। सोमवार को पत्रकारों से रू-ब-रू समाज कल्याण बोर्ड की चेयरपर्सन मलिक रोजी आनंद ने बताया कि तीनों प्रोजेक्ट पर सरकार की मंजूरी लेने के लिए फाइल सरकार के पास भेजी गई है। चूंकि जेलों और बाल सुधार गृहों में रह रहे बच्चे पढ़ाई से वंचित हो जा रहे हैं, इसलिए बोर्ड ने इन्हें दसवीं तक की शिक्षा दिलाने की योजना बनाई है। इससे ये बच्चे बड़े होकर अपने पैरों पर खड़े हो सकेंगे। बोर्ड की चेयरपर्सन ने जानकारी दी कि प्रताड़ना की शिकार महिलाओं के लिए रोहतक में चल रहे स्वाधार केंद्र पर बोझ कम करने के लिए दो और केंद्र खोलने का प्रस्ताव है। इसके अलावा राजीव गांधी शिशु पालना बोर्ड की मॉनीटरिंग समाज कल्याण बोर्ड को सौंपने की मांग की गई है। इसी तरह नाबार्ड व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को कंप्यूटर सेंटर व अतिथि सत्कार केंद्र संचालित करने के प्रस्ताव दिए गए हैं। इस अवसर पर बोर्ड की सचिव विद्यावती मौजूद थीं।