Sunday, November 26, 2017

रैलियों की ‘जंग‘ में सरकार की परीक्षा: जींद में सांसद सैनी और जसिया में मलिक आज करेंगे शक्ति प्रदर्शन

साभार: जागरण समाचार 
जाट बनाम गैर जाट के मुद्दे पर पिछले साल हिंसात्मक आंदोलन ङोल चुकी प्रदेश सरकार के लिए एक बार फिर परीक्षा की घड़ी आ गई है। आज रविवार को एक साथ दो बड़ी रैलियां होने से प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर
सभी की सांसें अटकी हुई हैं। जींद में भाजपा सांसद राजकुमार सैनी पिछड़ा वर्ग को लेकर शक्ति प्रदर्शन करेंगे तो इसके जवाब में जाट नेता यशपाल मलिक ने रोहतक के जसिया में ताल ठोक रखी है। दोनों ही रैलियों को लेकर हालात तनावपूर्ण हैं। दोनों ही रैलियों का जमकर विरोध भी हो रहा है।
जींद और जसिया की रैली को लेकर अफवाहें न फैलें, इसके लिए पहले ही 13 जिलों में रविवार रात 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद की जा चुकी है। झज्जर और रोहतक में धारा 144 लगाई गई है। जींद में सांसद की रैली के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल की चार अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। मगर पुलिस की सख्ती के बावजूद शनिवार को सैकड़ों युवा रैली के खिलाफ सड़कों पर बैठे रहे। कैथल प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए जींद मार्ग पर रोडवेज बसें बंद रखी।
वहीं, जसिया में मलिक की रैली को देखते हुए रोहतक-पानीपत हाईवे पर आवाजाही बंद कर वाहनों को दूसरे मार्गों से निकाला जा रहा है। जिले की सीमाओं को सील कर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। अति संवेदनशील स्थानों पर पीटीसी सुनारिया के 1000 और मधुबन के 500 जवान तैनात किए गए हैं। 
गृह सचिव एसएस प्रसाद ने मौका मिलते ही पुलिस महानिदेशक बीएस संधू के साथ रैली के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा की। खुफिया एजेंसियों से हालात की पल-पल की रिपोर्ट मांगी जा रही है।जसिया में विरोधी गुट का पैदल मार्च, हाईवे जाम किया
जसिया में विरोधी गुट का पैदल मार्च, हाईवे जाम: यशपाल मलिक के विरोधी गुट ने मकड़ौली टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन किया और अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह डूमरखां के पुतले फूंके। प्रदर्शनकारी इसके बाद जसिया के लिए पैदल मार्च करते हुए रवाना हो गए। जसिया के एक किलोमीटर पहले ही पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक लिया। प्रदर्शनकारियों ने वहीं रोहतक-पानीपत हाईवे पर धरना देकर रोड जाम कर दिया। ऐसे में पुलिस को नेशनल हाईवे को दो घंटे तक वन-वे करना पड़ा, जिसके कारण यातायात प्रभावित हुआ। इस बीच शाम करीब पांच पुलिस ने हाईवे पर बैठे करीब 50 लोगों को हिरासत में ले लिया। सरकारी वाहनों में भरकर प्रदर्शनकारियों को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। विरोधी गुट ने किसी भी सूरत में रैली नहीं होने देने की चेतावनी दी है।
भारती को कंडेला से नहीं मिला समर्थन, गिरफ्तारी के बाद जाम खुला: जींद में भाजपा सांसद राजकुमार सैनी प्रस्तावित समानता महारैली से उपजे तनाव के मद्देनजर हिसार रेंज के आइजी अमिताभ ढिल्लो शनिवार को ही जींद पहुंच गए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। आइजी ने तनाव की स्थिति से बचने के लिए सरपंचों व शहर के गणमान्य लोगों के साथ बैठक कर उनका सहयोग मांगा है। उधर, रैली के विरोध में शुक्रवार शाम को शाहपुर गांव में लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों ने रात को ही कंडेला गांव में हाईवे पर जाम लगा दिया। मगर आजाद किसान मिशन के अध्यक्ष संदीप भारती को गांव का समर्थन नहीं मिला। शनिवार सुबह ग्रामीण इकट्ठा होकर धरना स्थल पर पहुंचे और जाम खोलने को कहा। ग्रामीणों का कहना था कि बाहरी युवकों ने जाम लगाया है, कंडेला के लोगों का इससे कोई लेना-देना नहीं है। अगर संदीप भारती सांसद का विरोध करना चाहता है, तो पहले वह अपने हलके में नारनौद में मार्ग को जाम करे। इसके बाद भारती ने दोपहर को धरने की कमान कंडेला गांव के युवाओं को सौंप दी। शाम को संदीप भारती जब धरनास्थल से दूसरे स्थान पर जाने लगा तो उसे रास्ते में ही गिरफ्तार कर लिया। भारती के गिरफ्तारी की सूचना के बाद युवाओं ने भी जाम हटा लिया।
विरोधी गुट को सरकार खासकर कैप्टन की शह: अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि जसिया में भूमि पूजन और महारैली को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। लोगों में खासा उत्साह है। रैली की व्यवस्था संभालने के लिए 500 वालंटियर तैनात किए गए हैं। बाहरी सुरक्षा को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन से बातचीत की गई है ताकि असामाजिक तत्व किसी प्रकार की गड़बड़ी न कर सकें। उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके पीछे सरकार खासकर राज्य के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की साजिश है। लेकिन समाज के लोग उनकी मंशा पूरी नहीं होने देंगे। 
किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे रैली: उधर रोहतक खंड के सरपंच एसोसिएशन के प्रधान एवं यशपाल मलिक की रैली का विरोध कर रहे मकड़ौली के सरपंच सुमित ने कहा कि जसिया में रैली किसी सूरत में नहीं होने देंगे। अगर रैली हुई तो वह कोई भी कुर्बानी देने में पीछे नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि पहले यशपाल मलिक समाज द्वारा एकत्रित किए गए चंदे का हिसाब दें और जेल में बंद युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करें।