साभार: भास्कर समाचार
सीबीएसई की ओर से इस सत्र में होने वाली कक्षा 10वीं की परीक्षा में विद्यार्थियों को सीसीई के मार्क्स नहीं मिलेंगे, क्योंकि सीबीएसई में विद्यार्थियों के गिरते स्तर को सुधारने के लिए सीसीई मार्क्स को खत्म कर दिया
गया है। जिससे अबकी बार इसी सत्र के 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों का परीक्षा परीक्षा के अनुसार रिजल्ट घोषित किया जाएगा। इसके अनुसार सभी विद्यार्थियों के पेपर स्कूल टीचर के बजाए बोर्ड से ही चेक होंगे। इसके साथ ही विद्यार्थियों को पूरे सिलेबस में से बोर्ड की परीक्षा देनी पड़ेगी। इससे विद्यार्थियों के शिक्षा का स्तर सुधारा जा सके। इसके लिए बोर्ड ने परीक्षा के लिए स्टिक मार्क्स को अनिवार्य कर दिया है। उल्लेखनीय है कि अब सीबीएसई की ओर से सीसीई पैट्रन में 40 नंबर टीचर के पास होते थे, जिसमें विद्यार्थी यह नंबर चार्ट, मॉडल दिखाकर टीचर से ले लेते थे। इसके साथ ही टीचर अपने स्कूल का अच्छे परिणाम के लिए विद्यार्थियों को 40 में से 35 अंक दे देते थे। इसके साथ ही सेमेस्टर वाइज सिलेबस होने से विद्यार्थियों को अंक लेने में काफी आसानी होती थी। विद्यार्थियों की परीक्षा 60 नंबर की होती थी जिसमें विद्यार्थियों को केवल 20 नंबर लेकर 55 अंक प्राप्त कर लेते थे। जिससे विद्यार्थियों का शिक्षा का स्तर गिरता रहा।
बोर्ड परीक्षा के आधार पर जारी होगा रिजल्ट: सीबीएसईबोर्ड की ओर से कक्षा 10वीं की परीक्षा होने से विद्यार्थियों के गिरते शिक्षा स्तर में सुधार होगा। जिससे अब विद्यार्थियों को परीक्षा में सीसीई मार्क्स नहीं मिल पाएंगे। बोर्ड परीक्षा के आधार पर ही रिजल्ट घोषित होगा।
अब ये होगा सीबीएसई की परीक्षा में: सीबीएसई के 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए अब 80 नंबर का बोर्ड की ओर से पेपर कराया जाएगा। जो पूरे साल का सिलेबस में से होगा, जिसमें विद्यार्थियों को 27 नंबर लेना जरूरी होगा। यदि विद्यार्थी ये अंक नहीं प्राप्त करेगा तो टीचर की ओर से दिए जाने वाले 20 अंक वे प्राप्त नहीं कर पाएगा। इसके साथ ही टीचर के 20 अंक विद्यार्थियों को 5 प्रतिशत यूनिट वाइस, 5 प्रतिशत प्रथम सेमेस्टर तथा 10 प्रतिशत स्कूल प्रतियोगिता में भाग लेने के मिलेंगे। इसके साथ ही सीसीई पैट्रन से परिणाम घोषित होने से कई विद्यार्थी कक्षा में टॉप सीजीपीए अंक प्राप्त करते थे। जिससे कक्षा की परीक्षा में अव्वल आए विद्यार्थी का ही परिणाम नहीं पता चल पाता था। जिससे अब सीबीएसई की 10वीं कक्षा से राज्य देश के टॉप विद्यार्थियों का पता चल पाएगा।