साभार: भास्कर समाचार
जाटों के विरोध के बावजूद रैलियों के गढ़ जींद में केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की रैली से भी ज्यादा भीड़ जुटाकर सांसद राजकुमार सैनी ने पॉलिटिकल पंच मारा है। हुडा ग्राउंड में आयोजित रैली के बहाने सैनी ने जहां विरोधियों
पर निशाना साधा वहीं, अपने आप को हरियाणा का सबसे बड़ा नॉन जाट नेता होने का दावा भी कर गए। इतना ही नहीं आगामी 2019 के विस चुनाव पर फोकस रखते हुए खुद को प्रदेश का सीएम भी प्रपोज कर डाला। कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाह ने तो यहां तक कह दिया कि वे प्रदेश के भावी सीएम को बधाई देने आए हैं। भाजपा सांसद ने नई पार्टी बनाने की ओर इशारा करते हुए मंच की बनाई 31 सदस्यीय कमेटी को जनसमर्थन जुटाने के लिए आह्वान कर डाला। वहीं, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के गृह जिले में उन्हीं पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यसभा में वे नेता चोर दरवाजे से पहुंचते हैं जो जनता द्वारा रिजेक्ट होते हैं। सैनी ने प्रदेश में बिगड़े हालातों पर कांग्रेस इनेलो को तो कोसा ही अपनी पार्टी को भी नहीं बख्शा। कहा कि भाजपा नेताओं के वादे भी खोखले निकल रहे हैं। भाजपा नेता स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने के लिए प्रदर्शन करते थे, आज उसपर बात भी नहीं करते। सैनी ने पीएम पर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में पिछड़े वर्ग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान मान कर 100 प्रतिशत वोट दिए थे। लेकिन किया क्या है यह सबके सामने हैं।
सैनी की नई पार्टी गठन की मुहिम हर विस में तलाशे जाएंगे उम्मीदवार: सांसद राजकुमार सैनी ने समानता महारैली के बहाने नई पार्टी गठन की भी बिसात बिछाई। रैली में आई भीड़ और लोगों द्वारा नई पार्टी के गठन के लिए हाथ उठाकर दिए गए समर्थन से संभावनाएं और बढ़ गई हैं। अब श्रीपाल सैनी की अध्यक्षता में 31 सदस्यीय कमेटी हर हलके से रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके लिए हर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों की सूची तैयार की जाएगी। इन सबका आकलन करने के बाद ही नई पार्टी के गठन का फैसला हो सकता है।
5 मुद्दे जनता में रखेंगे: सांसद सैनी ने कहा कि वे 5 मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। मनरेगा के 100 दिन के रोजगार को बढ़ाकर 300 दिन किया जाएगा। इसमें मजदूरों के साथ-साथ किसानों को भी जोड़ा जाएगा। एक परिवार एक रोजगार की नीति बनाएंगे। बढ़ती जनसंख्या से निपटने के लिए सभी धर्मों के लिए एक सिस्टम बनाने की बात कही। जिसमें हम दो और हमारे दो का अनुसरण होगा। 100 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था लागू होगी। ताकि कोई किसी का हक ना मार सके। वाल्मीकि समाज के लोगों की नौकरी ठेकेदारी प्रथा से निकालकर स्थाई नौकरी देने की बात कही।
रैली के मायने:
- जाट आरक्षण के दौरान हुए दंगों के बाद दादागिरी चलने देने का बयान देकर सुर्खियों में आए कुरुक्षेत्र के सांसद सैनी ने विरोधियों को सबक सिखाने के साथ साथ जाट बाहुल्य क्षेत्र में रैली कर यहां के जाट नेताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया।
- जाटों को छोड़कर अन्य सभी जातियों के लोगों को आगामी चुनाव में विकल्प देने का वादा किया।
- जींद की धरती को बदलाव के लिए शुभ मानते हुए सांसद सैनी ने यहीं पर रैली की। वक्ताओं ने भी बार बार मंच से जींद की धरती को राजनीतिक दिशा देने वाली बताया।