साभार: जागरण समाचार
अगर आप पर्यटक हैं और हरियाणा के हर जिले-शहर में घूमना चाहते हैं तो आपको अपने रूटीन के खर्चे से अलग विभिन्न जिलों में लगे नेशनल हाईवे के टोल बैरियर्स पर आपको डेढ़ से दो हजार रुपये के टोल का
भुगतान करना पड़ेगा। यही स्थिति हरियाणा में रहने वाले उन लोगों के लिए है, जो अपनी गाड़ी से एक जिले से दूसरे जिले में यात्र करने का इरादा रखते हैं। प्रदेश के सभी 22 जिलों में टोल टैक्स वसूल हो रहा है। राज्य सरकार के आधा दर्जन टोल बैरियर को यदि छोड़ दिया जाए तो बाकी टोल प्लाजा नेशनल हाईवे अथारिटी के हैं।
टोल टैक्स की भारी दरों के कारण अब हरियाणा में यहां तक कहा जाने लगा कि इतना टिक्का (शगुन का पैसा) ससुराल से नहीं मिलता, जितना पत्नी को गाड़ी में मायके छोड़कर आने और वापस लाने में खर्च हो रहा है। चंडीगढ़ से दिल्ली तक 220 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए एक वाहन को 245 रुपये टोल देना पड़ रहा है।
नेशनल हाईवे अथारिटी के नियमों के अनुसार 60 किलोमीटर में तीन टोल लगाने का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन चंडीगढ़ से दिल्ली के बीच तीन टोल 60 किलोमीटर के दायरे में हैं। इस मार्ग पर हर रोज करीब 80 हजार वाहन गुजरते हैं। शंभू बार्डर पर 66 किलोमीटर के लिए 70 रुपये टोल का भुगतान करना पड़ता है।
नरवाना टोल अवैध फिर भी 50 रुपये का टैक्स: नरवाना टोल जहां टोल के दायरे के क्षेत्र की लंबाई 47 किलोमीटर है, वहां 50 रुपये का टैक्स लिया जा रहा है। वर्ष 2008 के नियमों के अनुसार नगर परिषद के दायरे में कोई टोल नहीं लग सकता, लेकिन 6 सितंबर 2017 को नरवाना सब डिवीजन को नरवाना गांव दिखाकर यहां टोल लगा दिया गया है। नरवाना टोल रेलवे स्टेशन से मात्र दो किलोमीटर और बस स्टैंड से चार किलोमीटर की दूरी पर है।
केएमपी पूरा नहीं मगर टोल तो देना ही पड़ेगा: कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस-वे पर मानेसर और पलवल के बीच टोल पर 70 रुपये का भुगतान लोगों को करना पड़ रहा है, जबकि यह मार्ग अभी पूरा नहीं हुआ है। गुरुग्राम में खेड़की दौला टोल पर 40 रुपये और पंचकूला नगर परिषद के क्षेत्र वाले चंडी मंदिर टोल पर 29 रुपये वसूल किए जा रहे हैं।
- हरियाणा में घाटे के टोल हम बंद कर रहे हैं। कई किए भी हैं। नेशनल हाईवे अथारिटी के टोल बैरियर में हम दखल नहीं दे सकते। यह केंद्र के स्तर का मामला है। सोनीपत टोल की व्यवस्थागत खामियां दूर होने तक हमने केंद्र को यहां संग्रहण टालने के लिए लिखा है। अगर कोई सेवा प्रदाता टोल वसूलता है तो यह उनके नियम-शर्तो का पहलू है। - मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा
- सरकार को विकल्प मार्गो की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि वे बिना टोल के जा सकें। हरियाणा में कई टोल बिना नियमों के चल रहे हैं। हिसार के मय्यड टोल व नरवाना टोल की यही स्थिति है। हम खुद इनके खिलाफ कोर्ट में जाएंगे। सरकारों को मिलकर जनहित में कोई रास्ता निकालना चाहिए वरना हम अवैध टोल हटाने को तैयार हैं। - दुष्यंत सिंह चौटाला, इनेलो सांसद, हिसार
- सोनीपत टोल हटाने के लिए हमारी पार्टी के विधायकों और हमने धरना दिया है। राज्य के विभिन्न टोल केंद्रों पर लोगों को काफी परेशानी हो रही है। सरकार को इन टोल बैरियर को हटाने की दिशा में गंभीर प्रयास करने चाहिए। - दीपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस सांसद, रोहतक
32 किमी की दूरी के 85 रुपये: संगरूर से अंकोला तक नेशनल हाईवे-52 में हरियाणा के टोल प्रभावित हिस्से की लंबाई 32 किलोमीटर है। यहां भी कार का टोल 85 रुपये है। चौधरीवास टोल के दायरे में आने वाले 40 किलोमीटर के सफर का टोल 40 रुपये रखा गया है।
डाहर से गंगायचा के बीच 153 किमी के 315 रुपये: जालंधर से रेवाड़ी के बीच पड़ने वाले नेशनल हाईवे 71 पर डाहर से गंगायचा तक 153 किलोमीटर की दूरी पर चार टोल लगाए गए हैं, जिन पर 315 रुपये टोल वसूला जा रहा है। पक्का चिश्ती से अबोहर-फाजिल्का-दिल्ली के बीच नेशनल हाईवे 10 पर रोहद से लांधरी तक 157 किलोमीटर की दूरी पर चार टोल हैं, जिन पर वाहनों को 253 रुपये टोल टैक्स देना पड़ रहा है।