साभार: भास्कर समाचार
फिल्म पद्मावती पर जारी विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों और प्रशासकों से संविधान का पालन करने का आह्वान किया
है। उन्होंने कहा कि संविधान का संदेश यही है कि किसी को किसी भी तरह से क्षति पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने रेडियाे कार्यक्रम मन की बात के 38वें संस्करण में यह बात कही। हालांकि, उन्होंने फिल्म से जुड़े विवाद का सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया। उन्होंने कहा, देश का संविधान लोकतंत्र की आत्मा है। इसी भावना के अनुसार 'न्यू इंडिया' बनाएं, ताकि गरीब, पिछड़े और वंचित समुदायों के हितों की रक्षा की जा सके। मोदी ने इस कार्यक्रम में जलवायु परिवर्तन और मिट्टी की सेहत सुधारने के मुद्दों पर भी बात की। साथ ही नौसेना दिवस पर नौसैनिकों और सशस्त्र बल ध्वज दिवस पर जवानों को याद किया। मोदी ने बच्चों के पत्रों का जवाब भी दिया। मोदी ने दिव्यांग खिलाड़ियों की उपलब्धियों के लिए उन्हें शाबासी दी। उन्होंने संविधान निर्माता बाबा भीमराव आंबेडकर और सरदार पटेल को भी याद किया।
अगर अच्छी बातें याद करेंगे तो, अच्छा करने का मूड होगा:
- प्रधानमंत्री ने कहा- 'हैशटैग पॉजिटिवइंडिया के साथ फोटो, कहानी या वीडियाे शेयर कर सकते हैं। 2018 का स्वागत हमें पॉजिटिव सोच से करना है।'
- बड़े-बूढ़े कहते हैं कि दुख को भूलो और सुख को भूलने मत दो। हमें यही प्रचारित करना है।
- संविधान लोकतंत्र की आत्मा है। इसी भावना के अनुसार न्यू इंडिया बनाएं। ताकि गरीबों के हितों की रक्षा की जा सके।
साल के पांच पॉजिटिव अनुभव शेयर करें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पॉजिटिव इंडिया के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया है। 2018 में पॉजिटिव सोच के साथ प्रवेश करने के लिए उन्होंने लोगों से 5 पॉजिटिव अनुभव हैशटैग पॉजिटिवइंडिया के साथ शेयर करने को कहा। ताकि दूसरों को प्रेरणा मिले। चुनिंदा कहानी अगले 'मन की बात' में देश से साझा की जाएंगी। उन्होंने मुंबई में 9 साल पहले 26/11 को हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। गुजरात चुनाव पर एक शब्द नहीं कहा। पर गुजरात में भाजपा नेताओं ने 50 हजार से ज्यादा जगहों पर 'चाय के साथ मन की बात' का आयोजन किया।