साभार: भास्कर समाचार
भारतीय एयरलाइंस की फ्लाइट्स में वॉट्सएप, ई-मेल, मैसेजिंग के साथ कॉल करना भी संभव हो सकेगा। विमानों में इंटरनेट सुविधा मुहैया कराने पर विभिन्न स्टेकहोल्डर्स में सहमति बनती नजर रही है। नागरिक
विमानन मंत्रालय इसके पक्ष में है। लेकिन इसे ऑफ-ऑन करने का अधिकार क्रू-मेंबर्स के पास रह सकता है। मंत्रालय टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान इंटरनेट सुविधा देने के पक्ष में नहीं है। तर्क दिया है कि सिंगापुर एयरलाइंस, कतर एयरवेज और जापान एयरलाइंस विमान के 10,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर पहुंचने के बाद ही ये सुविधा देती हैं।