साभार: भास्कर समाचार
मीराबाई चानू ने भारत का 22 साल का इंतजार खत्म करते हुए वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीत लिया। उन्होंने 48 किग्रा वर्ग में कुल 194
किलो वजन उठाया। उन्होंने अपने से चार गुना वजन उठाया। मणिपुर की चानू से पहले मल्लेश्वरी ने 1994 और 1995 में इसी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीते थे।
सिर से बोझ उतर गया: ओलिंपिक की नाकामी के बाद सिर पर एक बोझ सा था, जो अब इस मेडल से उतर गया है। - मीराबाई चानू
- 48 किलोवजन है चानू का। यानी, उन्होंने खुद से 4 गुना वजन उठाया।
- 194 किलोकुल वजन उठाया स्नैच क्लीन एंड जर्क को मिलाकर।
- 85 किलोवजन उठाया स्नैच इवेंट में चानू ने।
- चानू रियो ओलिंपिक-16 में क्लीन एंड जर्क इवेंट में तीन प्रयास में एक बार भी वजन नहीं उठा सकी थीं।
- रियो की तीनों मेडलिस्ट इस इवेंट में हिस्सा नहीं ले रही थीं। रियो में 200 किलो वजन उठाने पर गोल्ड मिला था।
- रियो में 192 किलो वजन उठाने पर सिल्वर मिला था। यानी, चानू का मौजूदा प्रदर्शन सिल्वर के लिए काफी होता।
- डोपिंग विवाद के कारण रूस, चीन, अजरबैजान और यूक्रेन जैसे कई देश वर्ल्ड चैंपियनशिप में नहीं उतरे हैं।