साभार: जागरण समाचार
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा (एचटेट) की फीस में की गई बढ़ोतरी को मामूली बताया है। हालांकि आंकड़े बता रहे हैं कि फीस वृद्धि मामूली नहीं है। इसके सथ यह भी साफ कर दिया
है कि एचटेट घरेलू जिले में नहीं होगा, लेकिन दूर भी नहीं जाना पड़ेगा। अभ्यर्थियों के सेंटर आस पास के जिलों में बनाए जाएंगे। इसके लिए बोर्ड ने शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा को भी राजी कर लिया है। बोर्ड प्रशासन ने जहां बृहस्पतिवार को फीस बढ़ोतरी का कारण नई व्यवस्था के तहत आने वाले खर्च को बढ़ना बताया था तो शुक्रवार को कहा कि मामूली बढ़ोतरी ही की गई है।
ऐसे समङों फीस में बढ़ोतरी के चक्रव्यूह को: एचटेट 2014-15 में सभी वर्गो की फीस एक समान निर्धारित की गई थी। ऑफलाइन के लिए 700 रुपये और ऑनलाइन को बढ़ावा देने के लिए 600 रुपये। एक से अधिक लेवल के लिए आवेदन करने पर हर बार 700 रुपये और जोड़ दिए गए थे। इस बार बोर्ड ने ऑनलाइन को पहले ही अलविदा कर दिया। पिछले एचटेट में केवल जैमर लगाने के नाम पर तीन करोड़, वीडियोग्राफी पर भी करीब तीन करोड़ और करीब इतना ही स्टाफ के आवागमन पर खर्च हो गया था। यह अलग बात थी कि यह परीक्षा दो बार करवानी पड़ी थी। यदि फीस से हुई आमदनी को देखें तो यह 30 करोड़ से ज्यादा थी। ऑनलाइन आवेदन करने वालों की संख्या करीब 40 हजार थी, जबकि शेष 4.18 लाख छात्रों से 700 रुपये फीस ली गई। 700 के हिसाब से आकलन किया जाए तो यह रकम 29 करोड़ से ज्यादा बनती है।
शिक्षा बोर्ड की प्रवक्ता ने बताया कि एचटेट परीक्षा दिसम्बर-2017 के गत तीन दिनों में कुल 41000 अभ्यर्थियों द्वारा पंजीकरण किया गया है तथा 19300 अभ्यर्थियों द्वारा फीस जमा करवा दी गई है।तो यह मामूल बढ़ोतरी कैसे हुई?
बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि पूर्व में संचालित हुई एचटेट परीक्षा में सभी वर्गों हरियाणा प्रदेश के अशक्त व अनुसूचित जाति से इतर अभ्यार्थियों के लिए पीआरटी, टीजीटी, पीजीटी में से एक परीक्षा के लिए शुल्क 700 रुपये, दो परीक्षाओं के लिए आवेदन करने पर 1400 रुपये तथा तीनों परीक्षाओं में प्रविष्ट होने के लिए 2100 रुपये शुल्क रखा गया था। अब दिसंबर में होने एचटेट के लिए सामान्य वर्ग के लिए 1000 रुपये, दो परीक्षाओं में बैठने के लिए 1800 रुपये व तीन परीक्षाओं में बैठने के लिए 2400 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।