साभार: जागरण समाचार
HCS (हरियाणा सिविल सर्विसेज) ज्यूडिशियल पेपर लीक मामले में गिरफ्तार परीक्षा में टॉपर रही सुनीता से शुक्रवार को एसआइटी(स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) ने करीब सात घंटे तक पूछताछ की। उससे पूछे गए सवाल
और मिले जवाब के बारे में फिलहाल एसआइटी ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है। हालांकि एसआइटी शनिवार से उसकी निशानदेही पर मामले से जुड़े दस्तावेज व अन्य बरामदगी के लिए छापेमारी शुरू होगी। बता दें कि यूटी पुलिस की एसआइटी ने सुनीता को वीरवार को दिल्ली के नजफगढ़ से गिरफ्तार किया था। उसे अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।
ऐसे हुआ था मामले का पटाक्षेप: पंचकूला के पिंजौर निवासी वकील सुमन ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में दायर याचिका में बताया था कि हरियाणा ने एचसीएस ज्यूडिशियल के 109 पदों के लिए आवेदन मांगे थे, जिसके लिए उसने भी आवेदन किया था। इसके बाद परीक्षा की तैयारी के लिए उसने एक कोचिंग सेंटर ज्वाइन किया। कोचिंग सेंटर पर उसकी दोस्ती सुशीला नाम की लड़की से हो गई, जिसने गलती से उसे एक ऑडियो क्लिप भेज दी जिसमें वह अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ में उक्त पद पर नियुक्ति की बात कर रही थी। जब याची ने सुशीला से पूछा तो उसने वो ऑडियो क्लिप डिलीट कर दी।
सुशीला ने उसे भी छह ऐसे सवाल बताए जो 16 जुलाई को हुई परीक्षा में आ गए। सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट के आदेश पर यूटी पुलिस की एक एसआइटी तैयार की गई। एसआइटी ने जांच के बाद हाई कोर्ट के ही रजिस्ट्रार (रिक्रूटमेंट) बलविंदर शर्मा, सुनीता निवासी नजाफगढ़ नई दिल्ली और सेक्टर 5 पंचकूला निवासी सुशीला के खिलाफ केस दर्ज किया था।
सवालों से बचती रही सुनीता: सूत्रों के अनुसार एसआइटी सुनीता के बार-बार लोकेशन बदलने को लेकर भी पूछताछ कर रही है। करीब सात घंटे की पूछताछ में सुनीता सवालों का जवाब देने से बचती रही। उसने दो अन्य आरोपियों के बारे में कुछ जानकारी दी है।