साभार: जागरण समाचार
भारत की प्रथम स्वदेश निर्मित परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम सनसोनिक क्रूज मिसाइल निर्भय का परीक्षण मंगलवार को ओडिशा के चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण रेंज (आइटीआर) में
किया गया। इसकी मारक क्षमता एक हजार किलोमीटर से अधिक है। मिसाइल मंगलवार सुबह 11:20 बजे एकीकृत परीक्षण रेंज के लांच पैड-तीन से एक मोबाइल लांचर के जरिये छोड़ी गई। 300 किलोग्राम वजन तक के वारहेड्स (विस्फोटक) ले जाने में यह मिसाइल सक्षम है। भारत के पास 300 किलोमीटर दूरी तक मार कर सकने वाली सुपर सोनिक ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल है, इसे भारत और रूस ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। लेकिन लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली निर्भय मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पूर्णत: अपने दम पर बनाया है। यह एक अलग किस्म की मिसाइल है। निर्भय मिसाइल में धीमी गति से आगे बढ़ने, बेहतरीन नियंत्रण एवं दिशा निर्देशन, सटीक परिणाम देने और रडारों से बच निकलने की क्षमता है। निर्भय का पहला परीक्षण 12 मार्च, 2013 को किया गया था। यह मिसाइल छह मीटर लंबी है। मंगलवार को परीक्षण के मौके पर डीआरडीओ एवं आइटीआर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों का दल मौजूद था। उल्लेखनीय है कि विगत दिनों चांदीपुर के परीक्षण स्थल से विभिन्न प्रकार की मिसाइल एवं बमों का परीक्षण सफलता पूर्वक किया गया है। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में और इसी तरह से और कई परीक्षण किए जाने की संभावना है। रक्षा मंत्री ने निर्भय मिसाइल के परीक्षण पर डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। 