साभार: जागरण समाचार
भारत ने बुधवार को लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण कर इतिहास रच दिया। अब तक कोई भी देश सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को किसी फाइटर जेट से लांच नहीं कर पाया है। सुखोई-30 एमकेआइ
से दागा गया निशाना सटीक रहा। मिसाइल ने अपने लक्ष्य को उड़ा डाला। इसके साथ ही एक और रिकॉर्ड बना। भारत दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है जिसके पास जमीन, समुद्र तथा हवा से मार कर सकने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने इस उपलब्धि के लिए डीआरडीओ को बधाई देते हुए इस विश्व रिकॉर्ड का जिक्र अपने ट्वीट में भी किया। वायुसेना के प्रवक्ता विंग कमांडर अनुपम बनर्जी के मुताबिक भारतीय वायुसेना दुनिया की पहली ऐसी एयरफोर्स है जिसने ध्वनि की गति से लगभग तीन गुनी तेज रफ्तार से हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल का टेस्ट किया है। इस सुखोई विमान ने पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा एयरबेस से उड़ान भर थी। मिसाइल की रेंज 290 किलोमीटर के करीब है और भार 2.5 टन है। नौसेना के सभी डेस्ट्रॉयर और फ्रीगेट युद्धपोतों में ब्रह्मोस मिसाइल लगी हुई है। थलसेना के पास भी ब्रह्मोस मिसाइल की तीन रेजीमेंट हैं। इनमें से दो चीन सीमा पर तैनात हैं और एक पाकिस्तान सीमा पर है। सफल परीक्षण से चीन और पाक की चिंता और बढ़ गई है।