साभार: जागरण समाचार
देश की दिग्गज दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के मुखिया सुनील भारती मित्तल ने गरीब छात्रों के लिए नया तकनीकी विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि भारती परिवार जनसेवा के लिए 7,000
करोड़ रुपये की संपत्ति दान देगा। इसका बड़ा हिस्सा यह विश्वविद्यालय खोलने में और बाकी को मुफ्त स्कूली शिक्षा से जुड़ी योजना में लगाया जाएगा।
मित्तल ने बताया कि उनका परिवार अपनी 10 फीसद संपत्ति और कंपनी की तीन प्रतिशत हिस्सेदारी भारती फाउंडेशन को दान में देगी। यह राशि 7,000 करोड़ रुपये बनेगी। भारती फाउंडेशन जनसेवा के कार्य करने वाली संस्था है। वर्ष 2000 में एयरटेल की प्रमोटर कंपनी भारती एंटरप्राइजेज के अधीन इसका गठन किया गया था।
मित्तल के मुताबिक, ‘विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए शुरुआत में 1,000 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। आगे इसके संचालन में भी बड़ी राशि लगेगी। हम इस क्षेत्र में कारोबार करने के लिए नहीं उतर रहे हैं। भारती फाउंडेशन द्वारा संचालित सत्य भारती स्कूल प्रोग्राम में छात्रों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है। विश्वविद्यालय में भी ऐसी ही योजना है। यहां गरीब मेधावी छात्रों को शिक्षा दी जाएगी। इसमें बहुत पैसा लगेगा। आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के छात्रों को निशुल्क शिक्षा देना ही इस विश्वविद्यालय का मुख्य लक्ष्य रहेगा। सीटें खाली रहने पर अन्य वर्ग के छात्रों को भी मौका दिया जा सकता है। हालांकि उनसे भी सरकारी विश्वविद्यालयों के अनुरूप बेहद कम शुल्क ही लिया जाएगा।’ दान की राशि का कुछ हिस्सा सत्य भारती स्कूल प्रोग्राम को विस्तार देने में खर्च किया जाएगा।
अगले साल निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद: प्रस्तावित विश्वविद्यालय 100 एकड़ में बनाया जाएगा। इसके लिए पंजाब और हरियाणा समेत विभिन्न राज्य सरकारों से बात चल रही है। मित्तल ने उम्मीद जताई कि अगले साल इसका निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। विश्वविद्यालय का पहला शैक्षणिक सत्र 2021 से प्रारंभ हो सकता है। इसका नाम सत्य भारती यूनिवर्सिटी फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रस्तावित है। इसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स और वचरुअल रियलिटी जैसी उन्नत तकनीकों पर केंद्रित रखा जाएगा। यहां इलेक्टिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की डिग्री भी दी जाएगी। मित्तल इसे विश्व प्रसिद्ध मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी) के समकक्ष बनाने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। छात्रों को बेहतर अवसर और अनुभव प्रदान करने के लिए फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों से गठजोड़ करने की भी तैयारी है। विश्वविद्यालय की कुल क्षमता 10,000 छात्रों की होगी।
नीलेकणि व अजीम भी कर चुके घोषणा: कुछ दिन पहले ही इन्फोसिस के सह संस्थापक नंदन नीलेकणि और उनकी पत्नी रोहिणी नीलेकणि ने बिल गेट्स के गिविंग प्लेज नेटवर्क से जुड़ने की घोषणा की थी। इससे जुड़ने वाले को अपनी आधी या उससे अधिक संपत्ति जनसेवा के कार्यो में लगानी होती है।