Thursday, November 9, 2017

प्रद्युम्न हत्याकांड: बस कंडक्टर नहीं, परीक्षा टालने के लिए 11वीं के छात्र ने की थी हत्या - CBI

साभार: भास्कर समाचार
गुड़गाव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के दूसरी कक्षा के 7 वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के ठीक दो माह बाद मामले में नया मोड़ गया। सीबीआई ने हरियाणा पुलिस की हर थ्योरी नकारते हुए बुधवार को खुलासा किया
कि स्कूल के 11वीं के छात्र ने प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या की थी। 
सीबीआई प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया कि आरोपी छात्र पैरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) 8 तारीख को होने वाली परीक्षा टलवाना चाहता था। उसकी उम्र 16 साल से कुछ ज्यादा है। उसे गिरफ्तार कर जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया। सीबीआई ने 6 दिन की रिमांड मांगी पर कोर्ट ने 3 दिन की दी। इससे पहले हरियाणा पुलिस ने स्कूल के बस कंडक्टर अशोक कुमार को आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया था। वह 61 दिन से जेल में है। हरियाणा पुलिस की थ्योरी पलटने पर जब राज्य के डीजीपी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जांच जारी है। और ये सब चलता रहता है। उन्होंने कहा कि जांच में पुलिस पर कोई दबाव नहीं था।

बात करने के बहाने टॉयलेट में बुलाया 
आरोपीने बताया कि वह चाकू लेकर स्कूल पहुंचा था। पर उसे नहीं पता था कि क्या करेगा। इसी बीच प्रद्युम्न टॉयलेट की तरफ आता दिखा। बात करने के बहाने उसे टॉयलेट ले गया। वहां गला काटकर चाकू कमोड में फेंक दिया और फ्लश कर दिया। फिर माली को बताकर अपनी क्लास ें जा बैठा। 
निर्भया के बाद बने कानून से बड़ों की धाराओं में सजा संभव 
सुप्रीमकोर्ट के वकील सुमित वर्मा ने बताया कि निर्भयाकांड के बाद बने नए कानून के मुताबिक जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड आरोपी की मानसिक स्थिति प्रवृत्ति की जांच करेगा। अगर वह वयस्कों वाली हुई तो हत्या के मामले में 3 साल के बदले उम्र कैद की सजा हो सकती है। 
हरियाणा पुलिस का दावा 
  • स्कूल बस के कंडक्टर ने हत्या की। उसके कोई कॉल डिटेल नहीं मिले। 
  • यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की बात छिपाने के लिए हत्या की गई थी। 
  • बस कंडक्टर ने पूछताछ में यौन उत्पीड़न की बात स्वीकार कर ली है। 
  • कंडक्टर बस के टूल बॉक्स से चाकू लेकर टॉयलेट में आया था। हत्या के बाद साफ किया चाकू कमोड में मिला। 
  • 14 एसअाईटी बनाई। कंडक्टर और रेयान ग्रुप के दो अफसरों को गिरफ्तार किया। कई से पूछताछ की। सीसीटीवी से कुछ खास नहीं मिला। 
  • स्कूल प्रबंधन शक के घेरे में। पर सिर्फ लापरवाही को लेकर। छात्र पर शक नहीं। 
सीबीआई का काउंटर:
  • 11वीं के छात्र ने हत्या को अंजाम दिया। उसके कॉल डिटेल्स भी मिले हैं। 
  • पैरेंट्स-टीचर मीटिंग और 11वीं की परीक्षा टलवाने के लिए हत्या की गई थी। 
  • किसी को क्लीनचिट नहीं दे रहे। पर कंडक्टर के खिलाफ कुछ नहीं मिला है। 
  • आरोपी ने एक दिन पहले चाकू खरीदा। उसे बैग में लाया। हत्या करने के बाद चाकू टॉयलेट में ही फ्लश कर दिया था। 
  • सीसीटीवी कॉल रिकॉर्ड देखे, 150 लोगों से पूछताछ की। घटना रीकंस्ट्रक्ट की गई। आरोपी पर शक सीसीटीवी से हुआ। हालांकि चेहरा साफ नहीं दिखा। 
  • दो छात्रों को जानकारी थी। स्कूल प्रबंधन ने पता होने के बावजूद छिपाया। 
आरोपी नाबालिग तक ऐसे पहुंची सीबीआई: 
  • सीबीआई ने 22 सितंबर को जांच शुरू की। सबसे पहले 25 मिनट के सीसीटीवी फुटेज में उन 7 छात्रों को चिह्नित किया जो पूर्व आरोपी बस कंडक्टर अशोक से पहले टॉयलेट गए थे। 
  • सातों छात्रों की मनोस्थिति, एकेडमिक हिस्ट्री अन्य पहलुओं की पड़ताल की। आरोपी छात्र की एकेडमिक हिस्ट्री खराब निकली। 
  • उधर स्कूल माली ने बताया कि आरोपी नाबालिग ने ही सबसे पहले प्रद्युम्न की हत्या के बारे में सूचना दी थी। उसके बाद स्कूल स्टाफ टॉयलेट में पहुंचा था। 
  • सातों छात्रों के क्लासमेट और शिक्षकों से एक्सपर्ट के जरिए और बातचीत की गई। इसमें कुछ छात्रों ने बताया कि आरोपी ने कहा था कि वह परीक्षा की तारीख बदलवा देगा। यह भी पता चला कि आरोपी पहले भी चाकू लेकर स्कूल आया था। 
  • अब सीबीआई ने सातों छात्रों की कॉल डिटेल खंगालकर उन्हें सर्विलांस पर लिया। 
  • सभी इनपुट के आधार पर मंगलवार रात आरोपी छात्र को हिरासत में लेकर माता-पिता के सामने पूछताछ की गई। उसमें उसने वारदात में हाथ होने की बात कबूल ली।