साभार: भास्कर समाचार
डेरा प्रमुख राम रहीम को 2 साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में 20 साल की सजा होने के बाद से बंद सिरसा का डेरा सच्चा सौदा आश्रम (डेरा मुख्यालय) 58 दिन बाद शनिवार को खुल गया। इससे एक दिन पहले शुक्रवार को
कैथल के सभी नाम चर्चा घर खोले गए थे, प्रशासन की ओर से कोई आपत्ति जताए जाने और सबकुछ सामान्य रहने के बाद डेरा प्रबंधन ने सिरसा स्थित मुख्यालय पर भी साध-संगत बुलाकर नामचर्चा कराई। डेरा के संस्थापक शाह मस्ताना महाराज के जन्मोत्सव पर शनिवार दोपहर बाद अचानक डेरा मुख्यालय के सभी सातों गेट खुल गए और सैकड़ों की संख्या में डेराप्रेमी उमड़ पड़े। उन्होंने डेरा मुख्यालय में सत्संग नामचर्चा की। इधर, डेरा में किए सत्संग नामचर्चा के संबंध में डेरा के मुखपत्र 'सच कहूं' की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहीं भी डेरा चेयरपर्सन विपासना इंसां का जिक्र तक नहीं किया गया। कयास लगाए जा रहे हैं कि विपासना इंसां को डेरा प्रबंधन समिति से दूर किया जा सकता है।
इधर, गुहला स्थित एक नाम चर्चा घर भी शनिवार को ही खोला गया। इधर, सिरसा में जिले के डीसी प्रभजोत सिंह, एडीसी डॉ. मुनीश नागपाल, एसडीएम राहुल हुड्डा अवकाश पर हैं। सिरसा के एसपी अश्विन शैणवी का कहना है कि डेरे को सील नहीं किया गया था, सेनेटाइज्ड किया था। जहां हथियार थे उन्हीं जगहों को सील किया गया था। उसमें तो सत्संग पर और ही नामचर्चा करने पर पाबंदी लगाई गई थी। इसलिए इसे करने की इजाजत लेने की जरूरत ही नहीं है।
डेरामुखी के बेटे जसमीत और दामाद शान-ए-मीत इंसां ने किया रक्तदान: शाह मस्ताना महाराज के जन्मोत्सव पर डेरा के शाह सतनाम सुपरस्पेशििलटी अस्तपाल स्थित बापू मग्घर सिंह इंटरनेशनल ब्लड बैंक में रक्तदान कैंप आयोजित हुआ। कैंप में डेरामुखी गुरमीत राम रहीम के बेटे जसमीत इंसां और दामाद शान-ए-मीत इंसां सहित कई अन्य डेराप्रेमियों ने रक्तदान किया।
अचानक डेरा खुलने पर उठे कई सवाल: डेरा के सर्च ऑपरेशन के 58 दिन बाद अचानक इस तरह से डेरा में आमजन का अावागमन शुरू कैसे हो गया? किससे इजाजत ली गई? क्या हाईकोर्ट की ओर से नियुक्त कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार ने इस संंबंध में कोेई लिखित मंजूरी दी? यह बड़ा सवाल है। दो दिन पहले कोर्ट कमिश्नर सिरसा आए भी थे। कोर्ट कमिश्नर ने मीडिया से कहा था कि डेरा में सत्संग नामचर्चा पर पाबंदी नहीं है। सितंबर माह के दौरान 8 से 10 सितंबर तक डेरा का जो सर्च ऑपरेशन किया गया था वह भी कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार की देखरेख में ही किया गया था। उसके बाद सबसे पहले कैथल में डेरा आश्रम खुले और शनिवार को सिरसा में डेरा मुख्यालय भी खुल गया। डेरा मुख्यालय में मीडिया के आगमन पर अभी भी पाबंदी लगी रही।
डेरे के अंदर जाने वालों पर कोई रोक नहीं है - डीजीपी: सिरसा स्थित डेरा सच्चा-सौदा अथवा उससे जुड़े नाम चर्चा घरों को सील करने के कोई आदेश नहीं थे। जिस समय पंचकूला हिंसा की घटना घटित हुई थी, तब कोर्ट ने सभी डेरों के सेनेटाइजेशन (सर्च ) करने को कहा था। सेनेटाइजेशन का हमारा काम पूरा हो चुका है। जांच अभी चल रही है। सिरसा स्थित पुराने डेरे में तो पहले से ही लोग आ-जा रहे थे। वहां माथा टेकने पर कोई रोक नहीं थी। लेकिन नए डेरे पर लोग नहीं आ-जा रहे थे। अब वहां भी जांच करके भेजा जा रहा है। - बीएस संधू, डीजीपी हरियाणा।
नसीब कौर ने जरूरतमंदों को बांटा राशन: डेरामुखी गुरमीत राम रहीम की मां नसीब कौर ने सत्संग और नामचर्चा करने आए डेराप्रेमियों में से जरूरतमंदों को राशन सामग्री भी वितरित की। इससे पहले नामचर्चा के दौरान डेराप्रेमियों ने भजन गायन किया और सथ में शाह मस्ताना के भजनों की रिकॉर्ड की हुई वीडियो भी दिखाई गई। उसमें शाह मस्ताना के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में और डेरा के मानवता भलाई कार्यों पर प्रकाश डाला।
नसीब कौर ने जरूरतमंदों को बांटा राशन: डेरामुखी गुरमीत राम रहीम की मां नसीब कौर ने सत्संग और नामचर्चा करने आए डेराप्रेमियों में से जरूरतमंदों को राशन सामग्री भी वितरित की। इससे पहले नामचर्चा के दौरान डेराप्रेमियों ने भजन गायन किया और सथ में शाह मस्ताना के भजनों की रिकॉर्ड की हुई वीडियो भी दिखाई गई। उसमें शाह मस्ताना के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में और डेरा के मानवता भलाई कार्यों पर प्रकाश डाला।