साभार: भास्कर समाचार
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और साध्वी यौन शोषण मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सजा भुगत रहे गुरमीत सिंह के सिरसा डेरे में सोमवार को पंचकूला के डीसीपी समेत एसआईटी पहुंची। एसआईटी इस
दौरान डेरे की चेयरपर्सन विपासना इंसां समेत कई पदाधिकारी मिले ही नहीं। सूत्रों से पता चला कि विपासना इंसां को पुलिस के आने की सूचना मिल गई होगी। एसआईटी ने उस कमरे का भी निरीक्षण किया, जहां बाबा को भगाने और पंचकूला समेत प्रदेश में हुई हिंसा के लिए मीटिंग की गई। इस दौरान गुरमीत की गुफा का सर्वे भी किया गया। इस दौरान पंचकूला के डीसीपी मनबीर सिंह, एसआईटी इंचार्ज मुकेश मल्होत्रा समेत एसआईटी मेंबर मौजूद रहे। टीम यहां काफी देर तक रही। टीम ने यहां कुछ जगहों की फोटो भी ली है। डेरा सच्चा सौदा प्रकरण मामले में सोमवार को पंचकूला एसआईटी इंचार्ज डीसीपी मनबीर सिंह सिरसा पहुंचे। उनके साथ सिरसा के एसआईटी इंचार्ज डीएसपी अजय शर्मा भी डेरे में गए। डीसीपी ने सिरसा एसआईटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की और डेरे से जुड़े मामलों की समीक्षा भी की। डेरे में करीब 40 मिनट तक रहे। डेरे से जुड़े कई पहलुओं पर सिरसा डीएसपी अजय शर्मा के साथ चर्चा की। यहां बता दें कि अब तक इस मामले में दर्ज हुई 20 एफआईआर में 110 के करीब आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। डीसीपी ने सभी मामलों की समीक्षा करते हुए बाकी बचे आरोपियों को भी जल्द से जल्द से गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए। दोपहर बाद डीसीपी वापस पंचकूला के लिए रवाना हो गए।
गुफा में पसरा था सन्नाटा, लेकिन साफ-सफाई पूरी थी: आधिकारिक सूत्रों के अनुसार एसआईटी और डीसीपी यहां सबसे पहले उस जगह पर पंहुचे, जहां पर पंचकूला समेत प्रदेश में हिंसा फैलाने, पंचकूला में लोगों को जमा करने और गुरमीत सिंह को कोर्ट से भगाने की प्लानिंग की गई थी। इस जगह के बारे में पहले ही गवाहों से पूरी जानकारी ली गई थी। वहीं सिरसा पुलिस से भी बातचीत की गई। हनीप्रीत समेत कई आरोपियों से भी इस बारे में जानकारी मिल चुकी है। यहां तय किया गया कि क्या वाकई यहां मीटिंग के लिए इतने लोग सकते हैं। टीम यहां कोर्ट में पेश किए गए चालान को पुख्ता करने पहुंची थी, ताकि कोर्ट में उसे किसी तरह की दिक्कत हो। इसके बाद एसआईटी गुरमीत सिंह की गुफा में पहुंची। यहां कोई नहीं था, लेकिन साफ-सफाई पूरी थी। यहां के बारे में विकास समेत अन्य गवाह और आरोपियों से जो तथ्य मिले थे, उसके बारे में मौका देखा गया।
45मेंबरी कमेटी का एक और सदस्य गिरफ्तार: एसआईटी ने पंचकूला में दंगा करवाने की प्लानिंग से लेकर उसे अंजाम तक पहुंचाने में अहम किरदार निभाने वाले राजकुमार को गिरफ्तार किया है, राजकुमार गांव ककोट जिला कैथल का रहने वाला है। वह 45 मेंबरी कमेटी का सदस्य है। वहीं पंचकूला में हिंसा करने की प्लानिंग में भी वो शामिल था, जबकि पंचकूला में दंगा करवाने के दौरान मौजूद भी था। उसके खिलाफ सबूत मिलते ही सोमवार को गिरफ्तार किया गया है।
डेरे से चेयरपर्सन गायब वाइस चेयरपर्सन मिली: सूत्रों के अनुसार डेरा सच्चा सौदा सिरसा की चेयरपर्सन विपासना इंसां के खिलाफ पंचकूला पुलिस ने सबूत जुटाए हैं। इसलिए पंचकूला पुलिस उसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है। सोमवार को जब टीम यहां सिरसा डेरे में पहुंची, तो यहां सन्नाटा था। वहीं प्रबंधन की ओर से विपासना इंसां यहां मौजूद ही नहीं थी। इस दौरान यहां वाइस चेयरपर्सन पुलिस की टीम को मिली। जिस पर विपासना इंसां समेत कई अहम मुद्दं पर बात की गई। बता दें कि हरियाणा पुलिस के जवान और गुरमीत के गनमैन रहे विकास ने विपासना इंसां के बारे में खुलासे किए हैं, जिसके बाद से उसे खतरा महसूस हो रहा है।