Sunday, December 3, 2017

‘पद्मावती’ हरियाणा ही नहीं पूरे हिंदुस्तान में होगी बैन - अम्मू

साभार: जागरण समाचार 
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सूरज पाल अम्मू ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चेतावनी देते हुए कहा कि पद्मावती फिल्म हरियाणा ही नहीं पूरे हिंदुस्तान में बैन होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सेंसर
बोर्ड के फैसला का इंतजार करने की बात कर रहे हैं, जबकि छह राज्यों की सरकारों ने इस फिल्म पर बैन लगा दिया है। ऐसे में मुख्यमंत्री राजपूत समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। इसके विरोध में राजपूताना विरासत जागृति मंच 9 दिसंबर को पंचकूला में स्वाभिमान रैली कर सरकार को करार जवाब देगा। इसके साथ ही राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम पद्मावती फिल्म पर बैन लगाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। अम्मू राजपूत धर्मशाला में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने स्वाभिमान रैली का पोस्टर भी जारी किया। राजपूताना विरासत जागृति मंच सूरजपाल अम्मू ने कहा कि भंसाली का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ देने की बात पर वह पहले ही काफी बदनाम हो चुके हैं। संसद की ओर से 30 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति के समक्ष फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली ने 15 दिन का समय मांगा है। समिति ने यह भी जवाब मांगा है कि जब सेंसर बोर्ड ने फिल्म को पास नहीं किया तो ऐसे में रिलीज करने की तिथि क्यों घोषित की गई।
उन्होंने कहा कि अभय चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर फिल्म का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री सेंसर बोर्ड के फैसले का इंतजार करने की बात कहकर फिल्म पर बैन लगाने से इनकार कर रहे हैं। फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की है और तथ्यों को गलत तरीके से दिखाया गया है। राजपूत समाज की महिलाएं पद्मावती की पूजा करती हैं और जौहर के कुंड की राख को सुहागिनें माथे पर श्रद्धा से लगाती हैं। अम्मू ने बॉलीवुड को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हिन्दू देवी-देवताओं के इतिहास पर ही फिल्में क्यों बनाई जाती हैं। अभी हाल में ही निर्मित एस दुर्गा फिल्म का हवाला देते हुए कहा कि इसमें देवी-देवताओं के किरदार को अपमानित किया गया है।