साभार: जागरण समाचार
गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में प्रद्युम्न हत्याकांड के अभियुक्त 11वीं कक्षा के छात्र के फिंगर प्रिंट लेने के लिए सीबीआइ की टीम मंगलवार को बाल सुधार गृह पहुंची। सीबीआइ की टीम करीब दो घंटे तक अंदर रही।
टीम ने अभियुक्त छात्र के वकील के सामने सारी कार्रवाई की। अभियुक्त छात्र के परिजन भी वकीलों के साथ आए थे, पर वह बाहर ही रहे। बता दें कि अभियुक्त छात्र को व्यस्क की श्रेणी में रखा जाए या नहीं, इस पर अदालत बुधवार 20 दिसंबर को अपना फैसला दे सकती है। संभवतया इसी संदर्भ में अभियुक्त के फिंगरप्रिंट लेने के लिए मंगलवार दोपहर बाद करीब एक बजे सीबीआइ की तीन सदस्यीय टीम बाल सुधार गृह पहुंची। यह सारी कार्रवाई अदालत की तरफ से नियुक्ति दो वकीलों के सामने की जानी थी। अभियुक्त छात्र के परिजन व वकील करीब पौने दो बजे बाल सुधार गृह पहुंचे। दोनों वकील जब अंदर पहुंचे तो पता चला कि सीबीआइ टीम करीब पौने घंटे से अंदर मौजूद है। शुरू में वकीलों ने सीबीआइ के जल्द पहुंचने पर एतराज भी किया, पर बाद में उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीबीआइ टीम ने उनके सामने ही ¨फगर ¨पट्र लिए हैं। करीब तीन बजे सीबीआइ टीम बाल सुधार गृह से बाहर आई और अपनी गाड़ी में बैठकर रवाना हो गई। छात्र की तरफ से मौजूद अधिवक्ता डॉ. मुकेश कौशल ने बताया कि यह एक सामान्य प्रक्रिया थी।
पिंटो के दुबई जाने की इजाजत पर सीबीआई से माँगा जवाब: रेयान इंटरनेशनल स्कूल समूह के सीईओ रेयान ऑगस्टाइन पिंटो ने दुबई में जाने के लिए हाई कोर्ट से इजाजत मांगी है। हाईकोर्ट के जस्टिस सुरेंद्र गुप्ताने याचिका पर सुनवाई करते हुए सीबीआइ को 22 दिसंबर तक जवाब देने के लिए कहा है। कोर्ट ने निर्देश दिए थे कि वह बिना इजाजत के विदेश नहीं जा सकते हैं। अब रेयान ऑगस्टाइन पिंटो ने 26 दिसंबर से 5 जनवरी तक दुबई जाने के लिए इजाजत मांगी है। पुलिस ने रेयान ऑगस्टाइन पिंटो, उसके पिता रेयान ऑगस्टाइन फ्रांसिस पिंटो और उसकी मां ग्रेसी पिंटो के खिलाफ स्कूल में प्रद्युम्न की हत्या के केस में आइपीसी की धारा-302 , आर्म्स एक्ट की धारा-25 , जुवेनाइल जस्टिस एक्ट की धारा-75 और पोक्सो एक्ट की धारा-12 के तहत केस दर्ज कर रखा है।