साभार: जागरण समाचार
किसानों को पेंशन देने के लिए शुरू की गई किसान सम्मान निधि योजना के फार्म लेने पर अधिकारियों ने रोक लगा दी है। इसके लिए आचार संहिता का हवाला दिया जा रहा है, जबकि असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए
शुरू की गई श्रमयोगी पेंशन योजना के फार्म भरे जा रहे हैं।
किसान सम्मान निधि के फार्म लेने पर कहीं से आदेश नहीं आया है, लेकिन अधिकारियों ने आचार संहिता का हवाला देकर फार्म लेना ही बंद कर दिया है। इसके कारण किसान परेशान हैं। किसानों ने इसके लिए रोष व्यक्त करना शुरू किया तो फार्म लेने के बजाय विभाग के अधिकारियों ने उनके नाम पते नोट करने शुरू कर दिए। हालांकि इससे किसानों को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
जिले के लोगों ने अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 68 हजार फार्म भरे जा चुके हैं। अब तक इनमें से 30 हजार से अधिक किसानों को 2 हजार रुपये की पहली किस्त जारी हो चुकी है। विभाग के अनुसार जिले के 42 हजार किसानों ने अभी भी योजना के तहत आवेदन नहीं किया, जो नियमानुसार लाभार्थी बनते हैं। अब इन्हें आवेदन करने के लिए 23 मई तक इंतजार करना पड़ेगा। दरअसल, इस योजना के तहत केंद्र सरकार लाभार्थी किसान को एक वर्ष में 6 हजार रुपये का लाभ देगी।
श्रमयोगी के लिए भरे जा रहे फार्म: प्रधानमंत्री श्रमयोगी पेंशन योजना के तहत फार्म भरे जा रहे हैं। कॉमन सर्विस सेंटरों पर असंगठित क्षेत्र में काम कर रहा कोई भी 40 वर्ष से कम आयु का व्यक्ति फार्म भर सकता है। फार्म भरने के बाद प्रदेश की सरकार उसका 550 रुपये तक प्रीमियम अदा करेगी। इससे अधिक भी कोई कामगार खुद अपना प्रीमियम भर सकता है। इसके तहत जिले के 25 हजार से अधिक लोग इस योजना के तहत अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
डीडीए बोले- दो महीने बाद ले लेंगे फार्म: डीडीए डॉ. बलवंत सहारण का कहना है कि फार्म लेना बंद करना कोई बड़ी बात नहीं है। अब आचार संहिता लगी हुई है। वैसे भी आचार संहिता के दौरान फार्म ले सकते हैं या नहीं, इसके लिए उपायुक्त को पत्र भेजा है। उपायुक्त मंजूरी दे देंगे तो वे फार्म ले लेंगे।