साभार: जागरण समाचार
जब लोग नए शहरों में जाते हैं या अपना निवास बदलते हैं तो ऐसे स्थिति में तुरंत निवास के पते का प्रमाण पत्र हासिल करना काफी मुश्किल होता है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ऐसे स्थिति में मदद के
लिए आधार कार्ड धारकों को निवास के वैध पता प्रमाण की जगह पते का सत्यापन पत्र दिखा कर आधार में नया पता बदलने की अनुमति देता है।
UIDAI की वेबसाइट के अनुसार, नया पता अपडेट करने से पहले यह चेक कर लें कि आपका मोबाइल नंबर आधार में रजिस्टर्ड है या नहीं, क्योंकि रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर आधार के साथ लॉग इन करना जरूरी है। अपलोड किए जाने वाले आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी को साथ में रखें।
कैसे प्राप्त करें एड्रेस वैलिडेशन लेटर: जिन निवासियों के पास पते का वैध प्रमाण पत्र नहीं है वे अपने पते को UIDAI द्वारा भेजे गए पते के सत्यापन की मदद से अपने आधार में अपडेट करवा सकते हैं। पते के सत्यापन पत्र के अनुरोध के लिए निवासी को उस पते के मालिक से मंजूरी लेनी होती है। वर्तमान में उस पते का मालिक परिवार का कोई सदस्य, रिश्तेदार, दोस्त या मकान मालिक आदि हो सकता है।
एड्रेस वैलिडेशन लेटर के लिए ऐसे करें निवेदन:
- सबसे पहले निवासी को आधार के साथ लॉग इन करना है। उसके बाद सत्यापनकर्ता का आधार दर्ज करना है और फिर SRN प्राप्त होगा।
- अगले कदम में पते का सत्यापनकर्ता सहमति देगा। मोबाइल पर ओटीपी और लिंक आएगा। सत्यापनकर्ता को लिंक पर क्लिक करके सहमति देनी होगी।
- आखिर में सत्यापनकर्ता की सहमति के बाद SRN के साथ लॉग इन कीजिए। पते को ठीक से पढ़िए अगर जरूरत है तो एडिट कीजिए और उसके बाद सब्मिट कीजिए।
- पता बदलने के लिए एड्रेस वैलिडेशन लेटर सत्यापनकर्ता के पते पर भेजा जाएगा। एड्रेस वैलिडेशन लेटर प्राप्त करने के बाद सीक्रेट कोड के साथ फिर से लॉगिन करके पोर्टल पर पता अपडेट करना है। आधार कार्ड के पते में बदलाव या सुधार सिर्फ ऑनलाइन ही किया जा सकता है। बायोमेट्रिक या अन्य डेटा जैसे नाम, जन्म तिथि, लिंग, संबंध, मोबाइल और ईमेल में बदलाव के लिए UIDAI केंद्र पर ही जाना होगा।
ऑनलाइन आधार के अपडेशन के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा। वहीं आधार नामांकन केंद्र पर जाकर किसी भी तरह के बदलाव के लिए प्रत्येक बार 25 रुपये का शुल्क देना होगा।