साभार: जागरण समाचार
स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए सीबीएसई ने 'हब्स ऑफ लर्निंग' की व्यवस्था लागू की है। इसके तहत सीबीएसई से मान्यता प्राप्त चार से छह नजदीकी स्कूलों को शामिल किया जाएगा। इसमें स्कूल एक-
दूसरे के शैक्षिक सहयोग के साथ ही शिक्षण पद्धति के समग्र विकास में योगदान देंगे।
सीबीएसई के सभी स्कूलों में समान पाठ्यक्रम होने के बावजूद स्कूलों में शिक्षा का माहौल और रिजल्ट में बहुत अधिक अंतर है। इसी अंतर को कम या दूर करने के लिए सीबीएसई हर स्कूल को आपस में जोड़ रहा है। नई व्यवस्था के तहत स्कूल पढ़ाई, खेल, सास्कृतिक आदि गतिविधियों की बेस्ट प्रैक्टिसेस को एक दूसरे से साझा करेंगे। हब्स ऑफ लर्निग में ये स्कूल आपस में जुड़ेंगे तो एकेडमिक माहौल में सुधार होने के साथ ही मानव संसाधन, अवस्थापना, टीचिंग-लर्निंग मैटीरियल आदि भी साझा कर सकेंगे।
स्कूलों में लिए लर्निंग हब्स से जुड़ना अनिवार्य है। इसमें साथ मिलकर करिकुलम बनाना, कठिनाई होने पर को-टीचिंग, क्विज प्रतियोगिता, प्रोजेक्ट प्रस्तुति, कला प्रदर्शनी, को-करिकुलर व एक्स्ट्राकरिकुलर गतिविधियों में साथ शामिल होंगे। साथ मिलकर स्कूल वार्षिक पेडगॉजिकल करिकुलम तैयार कर उस पर पूरे साल अमल भी करेंगे। इससे स्कूलों में व्याप्त शिक्षण असमानता कम होगी, जिसका लाभ बच्चों को मिलेगा। सीबीएसई स्कूलों में टीचर्स ट्रेनिंग अनिवार्य होती है।
बोर्ड साल में एक बार प्रशिक्षण कराता है। ऐसे में किसी स्कूल के शिक्षक को कोई कठिनाई होती है तो वह दूसरे स्कूल के शिक्षक से मदद ले सकेंगे। 10वीं का अब एक प्रमाण पत्र इस वर्ष से सीबीएसई 10वीं के प्रमाणपत्र और मार्कशीट के लिए एक ही दस्तावेज जारी करेगा। जिसके अंतगर्त प्रमाणपत्र और मार्कशीट संयोजित होकर मिलेगी। जारी किए गए दस्तावेज को मूल प्रमाण पत्र की तरह माना जाएगा तथा छात्रों को डुप्लीकेट प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए बोर्ड द्वारा अधिसूचित आवश्यकताओं को पूरा करना होगा।
कम्पार्टमेंट के लिए तीन मौके बोर्ड द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि 2020 के शैक्षिक सत्र से कम्पार्टमेंट के लिए तीन मौके दिए जाएंगे। इसके बाद भी असफल होने वाले उम्मीदवारों को अगले वर्ष परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी और प्रैक्टिकल के अंकों को अगले वर्ष की बोर्ड परीक्षा में जोड़ा जाएगा। करियर के लिए मार्गदर्शन सीबीएसई ने उन सभी संभावित कोर्स की सूची जारी की है, जो छात्र 12वीं पास होने के बाद कर सकते हैं। बोर्ड की परीक्षा अप्रैल के पहले सप्ताह में समाप्त हो जाएगी। जिसके बाद छात्र उन तमाम कोर्स की जानकारी लेंगे, जिनमें उन्हें दाखिला लेना है। ऐसे में सीबीएसई ने सूची में कॉलेज के नाम, अर्हता और कोर्स से संबंधित अन्य जानकारी दी है।