साभार: जागरण समाचार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव समन्वय समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से अज्ञातवास में चल रहे कुलदीप बिश्नोई ने जहां कांग्रेस से दूरी बना ली है, वहीं पार्टी हाईकमान ने लंबे समय से हाशिए पर चल रहे
उनके बड़े भाई पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई को तवज्जो देकर घटनाक्रम को नया मोड़ दे दिया है।
कांग्रेस हाईकमान ने चंद्रमोहन की पीठ फिर से थपथपा दी है, जिसके चलते कांग्रेस द्वारा मंगलवार से शुरू हुई रथ यात्रा का रूट बदलकर चंद्रमोहन के पैतृक विधानसभा क्षेत्र की तरफ से कर दिया गया है। पहले कांग्रेस द्वारा जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार रथ यात्रा अंबाला संसदीय क्षेत्र के शहजादपुर हलके से होकर निकलनी थी लेकिन अब इसे कालका विधानसभा क्षेत्र के कस्बा रायपुररानी से निकाला जा रहा है।
29 मार्च को रायपुरानी पहुंचने वाली इस यात्रा के स्वागत के लिए चंद्रमोहन के बेटे युवक कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ बिश्नोई जुटे हुए हैं। कालका विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे चंद्रमोहन इस हलके से अब अपने बेटे को राजनीति में उतारने की तैयारी कर रहे हैं।