साभार: जागरण समाचार
अपने बयानों और ट्वीट के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर लंबी चुनाव प्रक्रिया और लंबे समय तक चुनाव
आचार संहिता लागू किए जाने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि इससे विकास और जनता के कार्य बाधित होते हैं। इस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।
अनिल विज ने रविवार काे एक के बाद एक दो ट्वीट किए। उन्होंने ट्वीट में लंबे समय तक चुनाव आचार संहिता को लागू किए जाने पर सवाल उठाए। विज ने अपने पहले ट्वीट में लिखा इतनी लंबी चुनाव आचार संहिता विकास में बाधा है। हरियाणा में लोक सभा चुनाव छठे दौर यानी 12 मई को होंगे, परंतु काम सारे अभी से बंद हो गए हैं। इसी वर्ष विधानसभा चुनाव के कारण भी आचार संहिता लग जाएगी। इसके बाद पंचायत चुनाव। चुनाव आयोग को इसके बारे सभी दलों से विचार करना चाहिए।
विज ने अपने दूसरे ट्वीट में चुनाव आचार संहिता के लिए दिन सीमित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता के दिन सीमित किए जाने चाहिए। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि जहां चुनाव हो रहा हो केवल उस हल्के में नामंकन भरने से लेकर वोट डालने तक ही आचार संहिता लगनी चाहिए। अन्यथा हरियाणा में तो इस साल सारे कामों पर ब्रेक लग जाएगी ।
बता दें कि अनिल विज अपने ट्वीट को लेकर लगातार सुर्खियों में रहते हैं। वह अक्सर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर ट्वीट बम दागते रहते हैं। राहुल गांधी के दाे दिन पहले हरियाणा के दौरे को लेकर भी विज ने उन पर निशाना साधा था। उन्होंने राहुल गांधी के न्यूनतम आय योजना को एक्सपायरी दवा करार दिया था। उन्होंने ट्वीट किया कि राहुल गांधी 70 साल पुरानी एक्सपायरी दवा बेच रहे हैं। उनका मसाला काम नहीं आएगा।