साभार: जागरण समाचार
1-0 से टेस्ट सीरीज और 2-1 से वनडे सीरीज जीतने वाली भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ टी-20 में भी अपने तेवर सख्त रखे। शुरुआत में ओपनर केएल राहुल (61) के अर्धशतक और आखिर में महेंद्र सिंह धौनी
(नाबाद 39) व मनीष पांडे (नाबाद 32) की तूफानी पारियों की बदौलत भारत ने बुधवार को बाराबती स्टेडियम में पहले खेलते हुए 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 180 रन बनाए। इसके बाद श्रीलंका को आसानी से 87 रनों पर ऑलआउट कर 93 रनों से मैच जीत लिया। इसी के साथ भारत तीन मैचों की टी-20 सीरीज में 1-0 से आगे हो गया। यह भारतीय टीम की टी-20 इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले भारत ने 2012 टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड को 90 रन से पराजित किया था।
भारत की शुरुआत थी खराब: श्रीलंका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में ओस की भूमिका को देखते हुए श्रीलंकाई कप्तान तिषारा परेरा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। श्रीलंकाई टीम ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को 17 रन के निजी स्कोर पर ही आउट करके भारत को झटका दिया। इस समय भारत ने पांच ओवर में 38 रन बनाए थे। हालांकि दूसरी तरफ से केएल राहुल ने श्रेयस अय्यर के साथ टीम को आगे बढ़ाना जारी रखा। दोनों भारत को 100 रनों के पार ले गए, लेकिन जैसे ही लगा कि ये दोनों बड़ी पारी खेलेंगे वैसे ही नुवान प्रदीप ने विकेटकीपर निरोशन डिकवेला के हाथों कैच कराकर अय्यर को चलता कर दिया। उनका विकेट 101 रन के कुल योग पर गिरा तो दस रन बाद राहुल भी परेरा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इस समय लग रहा था कि भारत बड़े स्कोर की तरफ नहीं बढ़ पाएगा, लेकिन इसके बाद धौनी और पांडे ने समझदारी भरी पारी खेलते हुए भारत को 180 रनों तक पहुंचाया।
दोनों जमकर बरसे: एक समय लग रहा था कि भारत ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं बना पाएगा, लेकिन आखिरी के ओवरों में धौनी और पांडे ने उम्दा बल्लेबाजी की। 16 ओवरों तक भारत का स्कोर तीन विकेट पर 119 रन था, लेकिन इसके बाद धौनी और पांडे ने गियर बदला। दोनों ने दुष्मंता चमीरा के अगले ओवर में 19 रन बनाए। 19वें ओवर में इन दोनों ने 21 रन बनाए। इसमें पांडे ने प्रदीप के ओवर में नोबॉल पर जो छक्का जड़ा वह बेहद ही दर्शनीय था। पांडे को पता था कि प्रदीप वाइड यॉर्कर फेकेंगे और इसीलिए वह स्टंप से सटे हुए खड़े थे। प्रदीप ने ऐसा किया भी लेकिन गेंद उनके हाथ से फिसलकर कमर के ऊपर आई जिसे पांडे ने थर्ड मैन की तरफ छक्के के लिए भेज दिया। बीमर को उन्होंने जैसे छक्के की तरफ मोड़ा वह दर्शनीय था। मैच के आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर धौनी ने लो फुलटॉस पर डीप स्क्वायर लेग पर छक्का जड़ा।
भारतीय गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन: जब ऐसा लग रहा था कि भारतीय गेंदबाजों को ओस के कारण दिक्कत होगी तब उन्होंने इस चिंता को निराधार साबित कर दिया। मुहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार जैसे गेंदबाजों की अनुपस्थिति में कप्तान रोहित ने हार्दिक पांड्या और जयदेव उनादकट को नई गेंद थमाई। इससे पहले जब महेंद्र सिंह धौनी कप्तान थे तो उन्होंने भी एक-दो बार ऐसा किया था।