साभार: भास्कर समाचार
केंद्रीय कैबिनेट ने शुक्रवार को उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिले की परीक्षा कराने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) बनाने को मंजूरी दे दी। अगले कुछ महीनों में यह काम शुरू कर देगी। शुरू में एनटीए वह परीक्षाएं
कराएगी जो अभी सीबीएसई करा रहा है। धीरे-धीरे दूसरी परीक्षाएं भी कराएगी। अभी सीबीएसई मेडिकल कॉलेजों में दाखिले की नीट और यूजीसी की नेट, टीईटी परीक्षाएं कराता है। सूत्रों ने कहा कि देश में हर साल करीब 40 लाख छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठते हैं। जबकि इन एजेंसियों का यह काम नहीं है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी बनने से सीबीएसई, एआईसीटीई और दूसरी एजेंसियां प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी से मुक्त हो जाएंगी।
प्रवेश परीक्षाएं साल में दो बार ऑनलाइन आयोजित होंगी ताकि छात्रों को पूरा मौका मिले। ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं की सुविधा के लिए जिला और तहसील स्तर पर परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे जिससे वहां के युवाओं को भी बेहतर मौके मिलेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ को एनटीए का चैयरमैन नियुक्त करेगा।